आज की रात आज की रात-कवि कालिदास १९५९
गीत सुनते हैं. इसे भारत व्यास ने लिखा है और इसका
संगीत तैयार किया है एस एन त्रिपाठी ने. इस जोड़ी ने
कई ऐतिहासिक व पौराणिक फिल्मों के लिए गीत बनाये.
गुणवत्ता की बात की जाए तो इनके बनाये अधिकांश गीत
दुसरे समकालीन गीतों से बेहतर हैं मगर प्रसिद्धि के
मामले में ये पीछे रह गए.
प्रस्तुत गीत गाया है उषा मंगेशकर और सविता बैनर्जी ने.
कॉम्बिनेशन के लिहाज से ये एक रेयर गीत है क्यूंकि इन
दोनों की आवाजें दो ही गीतों में साथ में है. एक शायद
फिल्म काबुलीवाला का गीत है.
गीत अनूठा है और इसमें गति परिवर्तन भी है. ये करिश्मा
आर डी बर्मन और मदन मोहन के अलावा औरों ने भी किया
है.
गीत के बोल:
जिसे बनाया खेवनहारा
वही आज कर गया किनारा
अपना बना के आज किसी ने
लूट लिया रे भाग्य हमारा
आज की रात
आज की रात आज की रात
चाँदनी अंग में आग लगाये
चकोरी झर झर नीर बहाये
आज मेरा चन्दा नहीं है साथ
आज की रात
आज की रात आज की रात
आ आ हा हा हा
आ आ हा हा हा
आज की रात आज की रात
आज की रात आज की रात
मगन मन मन्द मन्द मुस्काये
चकोरी मन में खिल खिल जाये
आज मेरा चन्दा है मेरे साथ
आज की रात आज की रात
आज की रात आज की रात
आज की रात
आज की रात आज की रात
बसन्ती ऱुत नयनो में आज
के पावस बन के छाई है
निराली ये पूनम की रात
अमावस बन के आई है
किसे नैनन का नीर दिखाऊँ
किसे मैं मन की पीर बताऊँ
आज मेरा चन्दा नहीं है साथ
आज की रात
आज की रात आज की रात
आ आ हा हा हा
आ आ हा हा हा
आज की रात आज की रात
आज की रात आज की रात
आज क्यों बजते सनन न छुन
मेरे पाँव की ये पायल
नयन में कौन समाया रे
बिखरने लगा मेरा काजल
आज मैं गीत प्रीत के गाऊँ
कभी सदमाऊँ कभी मुसकाऊँ
आज मेरा चन्दा है मेरे साथ
आज की रात आज की रात
आज की रात आज की रात
आज की रात
आज की रात आज की रात
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Aaj ki raat-Kavi Kalidas 1959
Artists: Nirupa Roy, Anita Guha
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