गा दीवाने झूम के-फ्लेट नंबर ९ १९६१
ये क्या है इसके लिए फिल्म देखें. फ्री के ब्लॉग पर
इससे ज्यादा जानकारी दे पाना संभव नहीं है आज के
समय में.
मुकेश का गाया ये लोकप्रिय गीत है जिसे मजरूह ने
लिखा है. संगीतकार हैं उषा खन्ना.
गीत के बोल:
गा दीवाने झूम के
रात की ज़ुल्फ़ें चूम के
दिल भी है दिलदार भी है
मौसम भी है प्यार भी है
कल तक दुनिया और थी
पर आज ज़माना और है
दिल की कहानी और है
आँखों का फ़साना और है
डूब नशे में छेड़ मज़े में
तू कोई नग़मा मस्ताना
गा दीवाने ज़ूम के
रात की ज़ुल्फ़ें चूम के
दिल भी है दिलदार भी है
मौसम भी है प्यार भी है
कौन ये आया झूमता
मस्ती में क़दम हैं चूर से
देख रहे हैं ये समा
मुड़ मुड़ के सितारे दूर से
हुस्न चला है इश्क़ से मिलने
लेकर दिल का नज़राना
गा दीवाने झूम के
रात की ज़ुल्फ़ें चूम के
दिल भी है दिलदार भी है
मौसम भी है प्यार भी है
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Gaa deewane jhoom ke-Flat No. 9 1961
2 comments:
सहमत. गा शंब्द से शुरू होता आज का दूसरा गीत !!
दरअसल लेडी गागा का एक गीत सुन लिए था आज इसलिए
'गा' वाले गीत याद आ गए.
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