Jan 11, 2018

सोना करे झिलमिल झिलमिल-पहेली १९७७

एक सरल सी पारिवारिक कहानी है फिल्म पहेली की. इसमें
टीनेज लव के इर्द गिर्द फिल्म की कहानी घूमती है. फिल्म
के दर्शन आबादी के ज़्यादातर लोगों को नहीं हुए थे उस वक्त
मगर फिल्म का प्रस्तुत गीत काफी बजा करता था रेडियो पर.

हेमलता और सुरेश वाडकर का गाया ये गीत रवींद्र जैन ने लिखा
और संगीतबद्ध किया. इसमें सत्यजीत और नमिता चंद्रा नाम
के कलाकार आपको दिखलाई देंगे,




गीत के बोल:

सोना सोना
रूपा रूपा
सोना करे झिलमिल झिलमिल
रूपा हँसे कैसे खिलखिल
आ हा आ हा हा वृष्टि पड़े टापुर टुपुर
टिप टिप टापुर टुपुर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर
सोना करे झिलमिल झिलमिल
रूपा हँसे कैसे खिलखिल
आ हा आ हा हा वृष्टि पड़े टापुर टुपुर
टिप टिप टापुर टुपुर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर

काग़ज़ की छोटी सी नैया
जल की ये लहरें जिसकी खिवैया
काग़ज़ की चोटी सी नैया
जल की ये लहरें जिसकी खिवैया
हो के इसी नैया पे सवार
चल दें चल नदिया के पार
होए होए जामुन जहाँ मधुर मधुर
मीठी मीठी मधुर मधुर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर

सोना करे झिलमिल झिलमिल झिलमिल
रूपा हँसे कैसे खिलखिल

बादल यूँ शोर मचाये
परबत का भी दिल हिल जाये
बादल यूँ शोर मचाये
परबत का भी दिल हिल जाये
लेकिन बया बड़ी होशियार
ऐसा घर करे तैयार
अरे अरे तनिक न हो इधर उधर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर

सोना करे झिलमिल झिलमिल
रूपा हँसे कैसे खिलखिल

लाल गुलाबी नीले पीले
इन्द्रधनुष के रंग सजीले
लाल गुलाबी नीले पीले
इन्द्रधनुष के रंग सजीले
देखो देखो गगन की बहार
रंगों का लगा है बाज़ार
ओ हो हो हो दुनिया देखे टुकुर टुकुर
खेल ये टुकुर टुकुर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर

सोना करे झिलमिल झिलमिल
रूपा हँसे कैसे खिलखिल
आ हा आ हा हा वृष्टि पड़े टापुर टुपुर
टिप टिप टापुर टुपुर
वृष्टि पड़े टापुर टुपुर टापुर टुपुर
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Sona kare jhilmil jhilmil-Paheli 1977

Artists: Satayjit, Namita Chandra

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