Feb 14, 2018

मेरी साँसों में बसा है-और प्यार हो गया १९९७

प्यार जैसे कोई बुखार है जब चाहे हो जाता है, कहीं भी
हो जाता है, किसी से भी हो जाता है. प्यार में डॉक्टर
काम नहीं आता ये ऐसा मर्ज़ है जिसमें स्व-चिकित्सा से
काम चलाना पढता है.

किसी गीत में “साँसों में बसा/बसी महका/महकी” सुनता
हूँ तो मुझे टूथपेस्ट के विज्ञापन याद आने लगते हैं. सुनते
हैं उदित नारायण की आवाज़ में और प्यार हो गया फिल्म
से एक गीत जिसकी धुन मशहूर नुसरत फ़तह अली खान
ने बनाई है. गीत के बोल जावेद अख्तर के हैं. गीत अपने
समय का लोकप्रिय गीत है.





गीत के बोल:

मेरी साँसों में बसा है तेरा ही इक नाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तू मेरे दिन में रातों में ख़ामोशी में बातों में
बादल के हाथों मैं भेजूँ तुझको ये पयाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

मेरी साँसों में बसा है तेरा ही इक नाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

आँखों में तस्वीर है जैसे तू मेरी तकदीर है जैसे
उस दिल से इस दिल तक आती धडकन की ज़ंजीर है जैसे
ख्वाबों ख्वाबों तू मिले न जाने क्या है सिलसिले
पलकों पर ये प्यार के न जाने कितने गुल खिले
तेरे ख्वाब सजाते रहना अब है मेरा काम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

फूलों पर शबनम की नमी है रंगों की महफ़िल सी जमी है
मौसम भी मंज़र भी मैं भी कहते हैं बस तेरी कमी है
बागों में जो हम मिले तो गाये सारी कोयलें
महके सारा ये समां हवाएं महकी सी चलें
तेरी खुशबू से भर जाएँ कलियों के ये जाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

मेरी साँसों में बसा है तेरा ही इक नाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम
तेरी याद हमसफ़र सुबह-ओ-शाम

तू मेरे दिन में रातों में ख़ामोशी में बातों में
बादल के हाथों मैं भेजूँ तुझको ये पयाम
……………………………………………………………….
Meri saanson mein basa hai(Udit)-Aur pyar ho gaya 1997

Artist: Bobby Deol, Aishwarya Rai

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP