Feb 21, 2018

तुम मेरी हो मेरे सिवा-आन बान १९७२

७० के दशक के पूर्वार्ध में पिछली पीढ़ी के नायक नायिका अपने
अधेढ़ अवस्था के आसपास या उसके भी पार पहुँचने शुरू हो चुके
थे. इनमें मुख्य नायक राजेंद्र कुमार, विश्वजीत और जॉय मुखर्जी हैं.
और भी हैं मगर उल्लेखनीय यही हैं जिनका कैरियर ढलान की
तरफ जाने लगा. राजेंद्र कुमार कई नयी पीढ़ी की नायिकाओं के
साथ नज़र आये. विश्वजीत भी नई नायिकाओं के साथ नज़र आये.

नायिकाओं की बात करें तो वहीदा रहमान, साधना, माला सिन्हा,
आशा पारेख और नंदा भी नयी पीढ़ी के नायकों के साथ नज़र आईं.

आज सुनते हैं १९७२ की फिल्म आन बान से चर्चित युगल गीत जो
रफ़ी और लता ने गाया है. राजेंद्र कुमार और राखी पर फिल्माए
गए इस गीत को लिखा है हसरत जयपुरी ने.




गीत के बोल:

संवाद: वो मेरा खत मिला था आपको
जी हाँ ऊपर मेरा नाम लिखा था नीचे आपका
बीच का कागज़ कोरा था
जी वो दरअसल बात ये है के दिल की बात
कागज़ पे ना ला सका
कौन सी बात
इतनी बड़ी बात के इंसान लाखों किताबें लिख डाले
तो भी ना कह सके
और इतनी छोटी बात जिसे एक आंसू, एक सिसकारी,
एक मुस्कराहट कह दे
रेखा बात वही है जो इस धरती के पहले मर्द ने
इस धरती की पहली औरत से कही थी
मुझे तुमसे प्यार है

तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
मैं तेरी हूँ तेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हूँ कसम खाती हूँ कसम

इल्तिजा प्यार की इतनी सी है अगर मानो तो
इल्तिजा प्यार की इतनी सी है अगर मानो तो
वास्ता मेरा तुम्हें दिल से लगा लो मुझको
मदभरा आज का मौसम भी यही कहता है
अब तो इन रेशमी जुल्फों में छुपा लो मुझको

तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
मैं तेरी हूँ तेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हूँ कसम खाती हूँ कसम

अब जुदा कोई तुम्हें मुझसे ना कर पायेगा
अब जुदा कोई तुम्हें मुझसे ना कर पायेगा
ऐसा बाँधा है तुम्हें प्यार की इन बाहों से
प्यार की राह में मिट जाऊँगा चाहत की कसम
पूछ लेना ये किसी रोज इन्हीं राहों से

तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
मैं तेरी हूँ तेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हूँ कसम खाती हूँ खसम

मेरे वादे हैं ये पानी की लकीरें तो नहीं
मेरे वादे हैं ये पानी की लकीरें तो नहीं
गैर मुमकिन है मेरे दिल का फ़साना बदले
शाम के डूबते सूरज की गवाही ले लो
मैं ना बदलूँगा चाहे ज़माना बदले

तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
मैं तेरी हूँ तेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हूँ कसम खाती हूँ कसम
तुम मेरी हो मेरे सिवा किसी की नहीं
खाती हो कसम खाती हूँ कसम
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Tum meri ho mere siwa-Aan Baan 1972

Artists: Rajendra Kumar, Rakhi

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