दर्शन हुए तिहारे साजन-विद्यापति १९३७
सुनवाया था २ साल पहले. अब सुनते हैं एक और गीत इसी फिल्म
से पहाड़ी सान्याल की आवाज़ में.
गीत केदार शर्मा का है. अंदाजा लगा सकते हैं आप उन्होंने कब
गीत लिखना शुरू किया था? संगीत है रायचंद्र बोराल का.
गीत के बोल:
दर्शन हुए तिहारे साजन
जागे भाग हमारे
दर्शन हुए तिहारे साजन
जागे भाग हमारे
रंग डारा मोहे प्रेम रंग मे
उमंग उमंग है अंग अंग में
रंग डारा मोहे प्रेम रंग मे
उमंग उमंग है अंग अंग में
चित में बसत अब नैना तिहारे
प्यारे प्यारे अति न्यारे साजन
चित में बसत अब नैना तिहारे
प्यारे प्यारे अति न्यारे साजन
जागे भाग हमारे
दर्शन हुए तिहारे साजन
जागे भाग हमारे
आँखों के आज सामने
आँखों का चाँद है
आँखों का चाँद है
आकाश देख आज तेरा
चाँद मँद है
भूल रहे हैं सितारे
भूल रहे हैं सितारे
भूल रहे हैं सितारे
भूल रहे हैं सितारे
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Darshan hue tihaare saajan-Vidyapati 1937
Artist: Pahadi Sanyal
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