Jun 30, 2018

बेदर्दी पिया-लोक परलोक १९७९

किसी को खुश नहीं होना है तो लाख जतन कर लो
उसकी सेहत पर कोई असर नहीं होगा. कुछ लोग
खुशी के क्षणों में भी दुःख ढूँढने की कोशिश करते हैं.
ऐसे लोग खुद तो दुखी रहते ही हैं दूसरों को भी दुखी
करने का प्रयत्न करते रहते हैं.

गीत सुनते हैं फिल्म लोक परलोक से जिसमें नायिका
को शिकायत है नायक से. अब वो किस प्रकार की है
कॉपी पेस्ट से समझ नहीं आएगा, गाना सुनना पड़ेगा.

गीत आनंद बक्षी का है और इसे गाया है आशा भोंसले
ने. लक्ष्मी प्यारे ने फिल्म लोक परलोक का संगीत
तैयार किया है. ये बात हम बार बार रिपीट करते हैं
क्यूंकि आज कल की फिल्मों में ढेर सारे संगीतकार
होते हैं. विवरण देने के वक्त गलतियाँ हो जाती हैं.



गीत के बोल:

लुटा दी मोहब्बत मिटा दी जवानी
मगर खुश हुआ ना मेरे दिल का जानी
बेदर्दी पिया बेदर्दी पिया
तूने जो भी कहा मैं वो मान गई
तेरा जी ना भरा रे मेरी जान गई
तेरा जी न भरा

रो कर नाची हंस कर नाची
मैं तेरे इशारों पर नाची
रो कर नाची हंस कर नाची
मैं तेरे इशारों पर नाची
अब मैं क्या करूं
मैंने हो मैंने क्या ना किया

बेदर्दी पिया बेदर्दी पिया
तूने जो भी कहा मैं वो मान गई
तेरा जी ना भरा रे मेरी जान गई
तेरा जी न भरा

कजरा बिखरा चूड़ी टूटी
तूने मेरी निंदिया लूटी
कजरा बिखरा बिखरा ओ चूड़ी टूटी टूटी टूटी
तूने मेरी मेरी निंदिया निंदिया लूटी लूटी
सारी रैना जागी
जैसे हो जैसे बाती पिया

बेदर्दी पिया बेदर्दी पिया
तूने जो भी कहा मैं वो मान गई
तेरा जी ना भरा रे मेरी जान गई
तेरा जी न भरा

मैं जी का रोग लगा बैठी
सोने का रूप गँवा बैठी
मैं जी का रोग लगा बैठी
सोने का रूप गँवा बैठी
हो ओ ओ पीतल का मुझे छल्ला ना दिया

बेदर्दी पिया बेदर्दी पिया
तूने जो भी कहा मैं वो मान गई
तेरा जी ना भरा रे मेरी जान गई
तेरा जी न भरा
………………………………………………………………..
Aise nacho aise gao-Lok Parlok 1979

Artists: Premnath, Madan Puri, Deven Verma

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP