क्या हो गया मुझे-रिश्ता कागज़ का १९८३
हो जाते हैं यूँ कहें तो खमण ढोकली वगैरह सब मिला के
उंधीयुं हो जाते हैं. गीतकार भी अपने अपने अंदाज़ में ये
बतलाने की कोशिश करते हैं. गीतकार के कल्पनाशीलता के
आगे कई बार कलाकारों के भाव उन्नीस साबित होते हैं.
सुनते हैं सन १९८३ की फिल्म रिश्ता कागज़ का से एक गीत
किशोर कुमार और आशा भोंसले का गाया हुआ. इसे लिखा
है मजरूह सुल्तानपुरी ने और इसकी धुन तैयार की है
राजेश रोशन ने.
गीत के बोल:
क्या हो गया मुझे पूछो न जाने जा
तुम मिल गए तो फिर मुझे अपनी खबर कहाँ
फिर भी संभाल के अभी रस्ता है अनजाना
क्या हो गया मुझे पूछो न जाने जा
तुम मिल गए तो फिर मुझे अपनी खबर कहाँ
फिर भी संभाल के अभी रस्ता है अनजाना
क्या हो गया मुझे
है बेखुदी तो क्या करूं बस में नहीं मेरा दिल
वो क्यूँ चले संभल के जिसको मिली है मंजिल
मंजिल अभी कहाँ मिली मंजिल को है पाना
क्या हो गया मुझे पूछो न जाने जा
तुम मिल गए तो फिर मुझे अपनी खबर कहाँ
मिलना तो होगा उस दिन जिस दिन सजेगी डोली
पर मैं तो आज ही से अपने पिया की हो ली
पा कर भी जानेमन अभी मुझको है तुझे पाना
क्या हो गया मुझे पूछो न जाने जा
तुम मिल गए तो फिर मुझे अपनी खबर कहाँ
देखी नहीं है आपने जालिम जहाँ की रस्में
दुनिया की बात छोडिये दुनिया है अपने बस में
भोली हो तुम अभी नहीं दुनिया को पहचाना
क्या हो गया मुझे पूछो न जाने जा
तुम मिल गए तो फिर मुझे अपनी खबर कहाँ
फिर भी संभाल के अभी रस्ता है अनजाना
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Kya ho gaya mujhe-Rishta Kagaz ka 1983
Artists: Raj Babbar, Rati Agnihotri
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