तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने-त्रिशूल १९७८
विचारणीय विषय रहा है हिंदी फिल्मों का. कई ऐसे
कथानक हैं जिनमें तिरस्कृत नायिका अपने औलाद
को संघर्षमय जीवन जीते जीते बड़ा करती है. अपने
खून पसीने से सींच के पौधे को बड़ा करती है और
जीवन की भट्टी के ताप में झुलस जाती है.
फिल्म त्रिशूल के इस गीत में भी एक पूरी कहानी
है जिसमें नायिका वहीदा रहमान संघर्षरत दिखाई
देती हैं. उनके पुत्र का रोल अमिताभ ने निभाया है.
गीत साहिर का है और इसे लता ने खय्याम की
धुन पर गाया है.
गीत के बोल:
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
ताकि तू जान सके
तुझको परवान चढाने के लिए
कितने संगीन मराहिल से तेरी माँ गुजरी
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
ताकि तू देख सके
कितने पाँव मेरे ममता के कलेजे पे पड़े
कितने कह्न्जर मेरी आँखों में मेरे कानों में पड़े
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
मैं तुझे रहम के साये में ना पलने दूँगी
जिंदगानी की कड़ी धूप में जलने दूँगी
ताकि तप तप के तू फौलाद बने
माँ की औलाद बने माँ की औलाद बने
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
जब तलक होगा तेरा साथ निभाऊंगी मैं
फिर चली जाऊँगी उस पार सन्नाटों में
और तारों से तुझे झांकूंगी
ज़ख्म सीने में लिए खून निगाहों में लिए
तेरा कोई भी नहीं मेरे सिवा
मेरा कोई भी नहीं तेरे सिवा
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
तू मेरे साथ रहेगा मुन्ने
मेरा हर दर्द तुझे दिल में बसाना होगा
मैं तेरी माँ हूँ मेरा क़र्ज़ चुकाना होगा
मेरी बर्बादी के ज़ामिल अगर आबाद रहे
मैं तुझे दूध ना बख्शूंगी तुझे याद रहे
मैं तुझे दूध ना बख्शूंगी तुझे याद रहे
तुझे याद रहे तुझे याद रहे
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Too mere sath rahega munne-Trishul 1978
Artists: Waheeda Rehman, Amitabh Bachchan
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