देखो जी रात को जुलम-बेईमान १९७२
साथ स्नेहलता नाम की नायिका हैं. फिल्म में नाज़िमा
ने मनोज कुमार की बहन की भूमिका निभाई है.
एक गीत सुनते हैं जिसमें नायिका को कुछ शिकायत है
अलग तरह की. सुनने पर ही पता चलेगा आपको.
ये गीत प्रेम चोपड़ा और स्नेहलता पर फिल्माया गया
है. वर्मा मलिक गीतकार हैं, शंकर जयकिशन संगीतकार
और आशा भोंसले गायिका हैं,
गीत के बोल:
देखो जी रात को जुलम हो गया
ऊँगली दबा के चूड़ी खनका के
मुझको जगा के जाने खुद सो गया
खुद सो गया
देखो जी रात को जुलम हो गया
ऊँगली दबा के हाय चूड़ी खनका के
मुझको जगा के जाने खुद सो गया
खुद सो गया
देखो जी रात को जुलम हो गया
जुल्फों को छेड़ा आँचल उड़ाया
बाहों को छुआ मुझको सताया
दे के भरोसे दे के दिलासे
दर्द उठा के आग लगा के
आँखें मिला के ये सितम हो गया
हाय हाय ऊँगली दबा के चूड़ी खनका के
मुझको जगा के जाने खुद सो गया
खुद सो गया
देखो जी रात को जुलम हो गया
मेरी है गलती मेरी नादानी
समझी ना तेरी मैं बेईमानी
ऐसा ना देखा चोर अनोखा
प्यार का वादा वादे में धोखा
पूछे बिना ही मेरा दिल ले लिया
ऊँगली दबा के चूड़ी खनका के
मुझको जगा के जाने खुद सो गया
खुद सो गया
देखो जी रात को जुलम हो गया
मेरी अदाएं हैं मस्तानी
मुझको तो चाहे दुनिया दीवानी
देखा जो उसको हुई हैरानी
बुड्ढे पे देखो आ गयी जवानी
बुड्ढे को तौबा तौबा ये क्या हो गया
अरे अरे ऊँगली दबा के चूड़ी खनका के
मुझको जगा के जाने खुद सो गया
खुद सो गया
देखो जी रात को जुलम हो गया
……………………………………………….
Dekho ji raat ko julam-Beimaan 1972
Artists: Prem Chopda, Snehlata, Manoj Kumar
0 comments:
Post a Comment