कोयल सी तेरी बोली-बेटा १९९२
को सुन्दर नज़र आती है वो किसी और को कुछ
और नज़र आती है. कोयल की आवाज़ किसी को
कर्कश सुनाई देती है. ये तो फिल्म की कहानी का
हाल बतला रहे हैं हम आपको. गनीमत है गीत
में कोयल जैसी सुन्दर नहीं बतलाया गया है.
नायक और नायिका एक दूसरे को पसंद करेंगे
ही. ये कोई आर्ट फिल्म तो है नहीं कि विरोधाभास
खड़ा हो. ये कमर्शियल सिनेमा है और दर्शक वो
देखने चाहता है जो उसे वास्तविक जीवन में देखना
नसीब नहीं होता. गांव के परिवेश में पले बढे और
जिसकी पढ़ाई जबरन छुड़ाई जा चुकी हो, एक
युवक के मुखारविंद से ऐसी उपमाएँ निकलना कुछ
ज्यादा नहीं लगता आपको.
ये गीत मधुर है और हमें क्या लेना देना विलन पर
फिल्माया गया है या हीरो पर. अब ये पुराने ज़माने
की मिलन फिल्म तो है नहीं जिसमें शोर को सोर
बोला गया था. ज्यादा लिखूंगा तो आप ये गीत
सुनना बंद कर देंगे इसलिए इधरिच फुलस्टॉप.
समीर हैं गीतकार, आनंद मिलिंद संगीतकार, गायक
हैं अनुराधा पौडवाल और उदित नारायण.
गीत के बोल:
कोयल सी तेरी बोली कू कु कु कु कु कु कु कु
सूरत है कितनी भोली कू कु कु कु कु कु कु कु
नैन तेरे कजरारे होंठ तेरे अंगारे
तुझे देख के दिल मेरा खोने लगा
बातों में तेरी सरगम छन छन छन छन छन
मन को लुभाये प्रीतम छन छन छन छन छन
रंग तेरा रंगीला तू है छैल छबीला
तुझे देख के कुछ मुझे होने लगा
यौवन की तू मलिका खिल के तेरा बदन महके
आऊं जो पास तेरे साँसों का चमन महके
अंगों से तेरे रस बरसे तेरे लिए जीवन तरसे
मेरे होश लिए जाते हैं कंवारे तेरे कंगना
तूने मुझे बेचैन किया तूने भी तो मेरा चैन लिया
बातों में तेरी सरगम
तूने मेरे तन को छुआ मन में हुई कोई हलचल
दिल मेरा डोल गया ऐसे उड़ा तेरा आँचल
प्रीत के रंग रंगाऊं चुनर नाम तेरे लिख दी है उमर
बनके मैं आऊंगी दुल्हन तेरे अंगना
तेरे मिलन की प्यास जगी कैसे कहूं क्या आग लगी
कोयल सी तेरी बोली
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Koyal si teri boli-Beta 1992
Artists: Anil Kapoor, Madhuri Dixit
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