रैन गई अब हुआ सवेरा-भक्त सूरदास १९४२
भक्त सूरदास से. हिंदी फिल्म संगीत और गैर फ़िल्मी
संगीत की चर्चा सहगल के बिना अधूरी ही रहेगी. ये
ऐसी आवाज़ है जो जड़ से जुडी आवाज़ है.
गीत दीनानाथ मधोक का है और संगीत ज्ञान दत्त का.
फिल्म भक्त सूरदास के गीत काफी लोकप्रिय गीत कहे
जाते हैं. हर नयी पीढ़ी में आपको सहगल की आवाज़
के मुरीद मिल जायेंगे.
गीत के बोल:
रैन गई अब हुआ सवेरा
रैन गई अब हुआ सवेरा
याद तेरी ने घेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
याद तेरी ने घेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
तुमसे नैन लगा के साजन
तुमसे नैन लगा के साजन
दुनिया से मुँह फेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
तुम तो दिल की धड़कन बन के
दिल मे आ के बैठ गये
तुम तो दिल की धड़कन बन के
दिल मे आ के बैठ गये
इस घर को जो खो बैठा है
इस घर को जो खो बैठा है
उसका कौन बसेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
मन के पँछी सोच समझ ले
वो जादू की नगरी है
मन के पँछी सोच समझ ले
वो जादू की नगरी है
सम्भल सम्भल कर घर आना
नज़रों ने जाल बखेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
याद तेरी ने घेरा है
रैन गई अब हुआ सवेरा
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Rain gayi ab hua savera-Bhakt Surdas 1942
Artist: KL Saigal
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