मैं हूँ गांव की गोरी-बोल राधा बोल १९९२
है. हर एक की अलग अलग, है ना. मुझे कुमार सानू और
अलका याग्निक वाले ड्वेट सोंग के बजाये सानू और पूर्णिमा
वाले ज्यादा पसंद हैं.
फिल्म बोल राधा बोल से ऋषि कपूर और जूही चावला पर
फिल्माया गया गीत सुनते हैं जिसमें गांव की गोरी को शहर
का बाबू पढ़ना लिखना सिखा रहा है. ये लिखने पढाने का
अंदाज़ सदैव रोमांटिक होता है जिसे देख दर्शक अपने नाखून
कुतरना शुरू कर देता है. पठन पाठन की क्रिया का अतिरेक
आपको विलायती फिल्मों में मिलेगा.
समीर का गीत है और आनंद मिलिंद का संगीत. इस गाने
को श्रेणी बनाने वाले प्यार से ए बी सी डी सॉंग कहते हैं.
गीत के बोल:
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
बैठ यहाँ मेरी रानी मैं तुझको आज पढ़ा दूँ
ए बी सी डी ई एफ़ जी एच तुझको आज सिखा दूँ
पढ़ा लिखा के तुमको आ मैं अप टू डेट बना दूँ
मैं हूँ गांव की
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मटक मटक के लचक लचक के यूँ न चल दिल जानी
रंग बदलना सीख ले चलना लड़की हिन्दुस्तानी
हाँ मटक मटक के लचक लचक के यूँ न चल दिल जानी
रंग बदलना सीख ले चलना लड़की हिन्दुस्तानी
मैं हूँ लड़की
रे मैं हूँ लड़की अनाड़ी ओ रंगीले शहरी
ज़रा मुझको भी चलना बता दे तू
मैं हूँ गांव की गोरी बाबू रंग लहरी
ज़रा मुझको भी पढ़ना सिखा दे तू
मुझे पकड़ के मुझे जकड़ के कैसा पाठ पढ़ाये
कभी इधर से कभी उधर से तू क्यों हाथ लगाये
अरे रे रे रे मुझे पकड़ के मुझे जकड़ के कैसा पाठ पढ़ाये
हाँ कभी इधर से कभी उधर से तू क्यूं हाथ लगाये
मैं दीवाना
मैं दीवाना तेरा तू दीवानी है मेरी
आ तुझे प्यार करना सिखा दूँ मैं
मैं दीवाना तेरा तू दीवानी है मेरी
आ तुझे प्यार करना सिखा दूँ मैं
बैठ यहाँ परदेसी क्या सीखा तुझे बता दूँ
ए बी सी डी ई एफ़ जी एच पढ़ के मैं सुना दूँ
तुझे दीवाने आज मैं बन के अप टू डेट दिखा दूँ
तू गांव की गोरी
तू गांव की गोरी मैं हूँ रंग लहरी
आ तुझे आज पढ़ना सिखा दूँ मैं
तू गांव की गोरी मैं हूँ रंग लहरी
आ तुझे आज पढ़ना सिखा दूँ मैं
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Main hoon gaon ki gori-Bol Radha Bol 1992
Artists: Juhi Chawla, Rishi Kapoor
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