पंछी सुर में गाते हैं-सिर्फ तुम १९९९
अभिभूत रहे हैं. लगभग सभी प्रमुख गीतकारों ने एक न
एक गीत पंछी शब्द वाला बनाया है.
आज सुनते हैं समीर की गीत फैक्ट्री से निकला एक गीत
फिल्म सिर्फ तुम से. गायक उदित नारायण ने इसे गाया है
नदीम श्रवण की धुन पर. संजय कपूर पर इसे फिल्माया
गया है.
गीत के बोल:
पंछी सुर में गाते हैं
भंवरे गुनगुनाते हैं
घुंघरू बजाती है हवा
ऐसे मुस्कुराती है यूं फ़िज़ा बुलाती है
जैसे हो ये मेरी दिलरुबा
देखो क्या घनेरे ऊँचे ऊँचे परबतों के साए हैं
चलके यूं मचल के रंग बदल के
हमसे मिलने आए हैं
खुह्बू है बहारों की
मस्ती है नज़ारों की
सबके दिल पे छाया है नशा
अरे ऐसे मुस्कुराती है यूं फ़िज़ा बुलाती है
जैसे हो ये मेरी दिलरुबा
नैया बिन खिवैया जाने कैसे साहिलों पे आती है
धारा इस नदी की हर किसी को इक दिन तो मिलाती है
सच्ची ये कहानी है
पानी ज़िंदगानी है
सारे जग को है ये पता
हो ऐसे मुस्कुराती है यूं फ़िज़ा बुलाती है
जैसे हो ये मेरी दिलरुबा
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Panchhi sur mein gaate hain-Sirf Tum 1999
Artist: Sanjay Kapoor
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