हाय मर गई मिट गई-मेरे हमसफ़र १९७०
अब पसंद आने लगी है. कुछ दिन में हम सनी लियोन
पर भी विशेष लेख शुरू करने वाले हैं. हमारे ब्लॉग में गुड
की थोड़ी कमी हो चली है और मक्खियाँ सारी विलायती
देश में रहने वाले भारतीय के चिट्ठे पर जा के चिपक, मर
रही हैं.
नई पीढ़ी को लुभाने के लिए सोचते हैं बम्बैया गीतकारों से
थोड़ी टिरेनिंग ले आयें. कभी कभी उनके बोल समझ नहीं
आते कि गीत कौवे को देख के लिखे थे या कबूतर को
देख के.
सुनते हैं प्रेरणादायी गीत जिसे कम सुना जाता है मगर ये
आशा भोंसले के बेहतर गीतों में गिना जाता है. इसे सम्मान
से सुने जाने की ज़रूरत है भाई/बेन लोग. हमारे कुछ फ्रेंड
और फ्रेंडा इसे चाव से सुनते हैं.
गीत के बोल:
हाय हाय मर गई
ऊ मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
ओ मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
उसी के आगे सर को झुकाया
उसी के आगे सर को झुकाया
जिसने दिल को तोड़ा
हाय हाय मर गई
ऊ मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
कहते रहे कहने वाले देखो प्यार न करना
देखो प्यार न करना
मर जाओगे मिट जाओगे लुट जाओगे वरना
लुट जाओगे वरना
यारों ने ये दुनिया छोड़ी
यारों ने ये दुनिया छोड़ी यार का डर न छोड़ा
बज गई
हाय ऊ मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
उल्फत में है धोखा सबने दिल वालों को रोका
दिल वालों को रोका
रोका लेकिन दिल वालों ने हंस के खाया धोखा
हंस के खाया धोखा
हर दिल वाला होता है
हर दिल वाला होता है दीवाना थोड़ा थोड़ा
मर गई
ओ मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
उसी के आगे सर को झुकाया
उसी के आगे सर को झुकाया जिसने दिल को तोडा
मर गई मिट गई लुट गई दुनिया
प्यार ना करना छोड़ा
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Mar gayi mit gayi-Mere hamsafar 1970
Artist: Laxmi Chhaya, Jeetendra
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