मेरी दुनिया है-वास्तव १९९९
होती है. चाहे पुराने दौर में रही हों या नए दौर में आने वाली
धुनें हों, उस वक्त के खास हिस्से का असर साफ़ महसूस किया
जा सकता है.
सन १९९९ में जतिन ललित के संगीत वाली दो फ़िल्में आयीं-
संघर्ष और वास्तव. दोनों का संगीत काफी मिलता जुलता है.
गीतों की गति में थोडा कम ज्यादा होगा मगर आप पहचान
सकते हैं कि दोनों फिल्मों का संगीत एक ही संगीतकार की
देन है.
सुनते हैं समीर का लिखा हुआ और जतिन ललित के संगीत
वाला मधुर युगल गीत सोनू निगम और कविता कृष्णामूर्ति
की आवाजों में. इसे संजय दत्त और नम्रता शिरोडकर पर
फिल्माया गया है.
गीत के बोल:
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है हो साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है ओ साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
पलकों में तेरे रूप का सपना सजा दिया
पहली नज़र में ही तुझे अपना बना लिया
है यही आरज़ू हर घडी
बैठी रहो मेरे सामने
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
ऐसा लगा मेरे सनम हम जो यहाँ मिले
सेहरा में जैसे शबनमी चाहत के गुल खिले
ये ज़मीन आसमान कह रहे
हम तो कभी ना होंगे जुदा
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
मेरी जान में तेरी जान है ओ साथी मेरे
मेरी दुनिया है तुझमें कहीं
तेरे बिन मैं क्या कुछ भी नहीं
.......................................................
Meri duniya hai tujh mein kahin-Vaastav 1999
Artists: Sanjay Dutt, Namrata Shirodkar
0 comments:
Post a Comment