बन्नो रानी तुम्हें सियानी-१९४७ अर्थ १९९९
हैं जिसे साधना सरगम ने गाया है. गीत में सयानी को
सियानी गाया जा रहा है. ग्रामीण अंचलों में शब्दों को
अलग अलग तरह से बोला जाता है.
गीत जावेद अख्तर का है और संगीत ए आर रहमान का.
गीत में आपको आमिर खान संग नंदिता दास दिखाई देंगे.
गीत के बोल:
बन्नो रानी तुम्हें सियानी
होना ही था होना ही था होना ही था
एक राजा की तुमको रानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्नो रानी एक दिन तुमको
बन्ने राजा के घर डोली में जा के
हम सखियों से यूँ अनजानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्नो रानी तुम्हें सियानी
होना ही था होना ही था होना ही था
नैनों में हैं काजल के डोरे
मेहंदी से रचे हाथ गोरे
झूमर तेरा दम दम दमके
झुमका तेरा झम झम झमके
हार गले में जगमगाये
आँचल तेरा रेशम रेशम
हौले हौले मद्धम मद्धम
तू मन ही मन मुस्काये
तू मन ही मन मुस्काये
सुख सपनों में यूँ मस्तानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्नो रानी तुम्हें सियानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्ने राजा जो पास आयें
चाहें के ये घूँघटा उठायें
देखो बन्नो मान ना जाना
मुखड़ा उनको ना दिखलाना
पहले सौ बातें मनवाना
कहना बोलो कर के सलामी
बन्नो करूँगा तेरी गुलामी
मैं तो हूं तेरा दीवाना हाँ हाँ
मैं तो हूं तेरा दीवाना
तुम्हें दीवाना तुम्हें दीवानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्नो रानी तुम्हें सियानी
होना ही था होना ही था होना ही था
एक राजा की तुमको रानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्ने राजा के घर डोली में जा के
हम सखियों से यूँ अनजानी
होना ही था होना ही था होना ही था
बन्नो रानी तुम्हें सियानी
होना ही था होना ही था होना ही था
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Banno rani tumhen siyani-1947 earth 1999
Artists: Aamir Khan, Nandita Das
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