दिल में ले के प्यारे-सखी लुटेरा १९६२
नाम में सखी शब्द जुड़ा होता. १९६२ की फिल्म है
सखी लुटेरा जिसका निर्देशन रुस्तम बी ईरानी ने
किया. इसमें आज़ाद ईरानी, हरक्यूलिस और
शकीला बानो भोपाली संग तबस्सुम प्रमुख कलाकार
हैं.
गीत संगीत और इसे गाने वाले सभी कम पहचाने
लोग हैं सिवाय कृष्ण कल्ले के. बी एन बाली इसके
संगीतकार हैं. गीत लिखा है अज़ीज़ गाजी ने और
इसे कृष्ण कल्ले संग उषा बलसावर ने गाया है.
गीत गाने वाली दूसरी चार उषाएं हैं-उषा खन्ना,
उषा टिमोथी, उषा मंगेशकर और उषा उथुप. आपको
और कोई ध्यान आ रही हो तो कमेन्ट बॉक्स में
अवश्य लिखें.
गीत के शुरू में आँख मारो कार्यक्रम बड़ी सहजता
से हो रहा है. इसमें कौन कौन कलाकार हैं आपको
मालूम चले तो हमें भी बतलायें. इसमें आज़ाद और
हरक्यूलिस मौजूद हैं बाकियों को आप पहचानिये.
गीत के बोल:
दिल में ले के प्यारे देख लो नज़र भर के
होय देख लो नज़र भर के
अजी हम तो हैं दिलदार तेरे जाने पहचाने
अजी हम तो हैं दिलदार तेरे जाने पहचाने
देख लो नज़र भर के
हाय देख लो नज़र भर के
ऐ सनम है अभी पहला कदम
राहे उल्फत में सनम है अभी पहला कदम
ऐसे देखो न हमें हो
ऐसे देखो न हमें लागे हमको शरम
लागे है शरम
हाथ में ले लो हाथ करो ना कोई बहन
देख लो नज़र भर के हाय
देख लो नज़र भर के
हमने तो प्यार किया दिल का व्यापार किया
हमने तो प्यार किया दिल का व्यापार किया
हमें ओ ओ ओ ओ
हमें फिर ना ये कहना हमें दिल का दर्द दिया
दर्द दिया
ओए लूट ले जायेंगे तेरा दिल अनजाने
होए लूट ले जायेंगे तेरा दिल अनजाने
देख लो नज़र भर के
आज हंस लो जी दिलवर कल की है किसको खबर
आज हंस लो जी दिलवर कल की है किसको खबर
फिर मिलेंगे हो ओ ओ ओ
फिर मिले ना मिलें आ जा दीवाने
आ जा दीवाने
लिखा हुआ क्या किस्मत में ये कोई ना जाने
ओए लिखा हुआ क्या किस्मत में ये कोई ना जाने
देख लो नज़र भर के
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Dil mein le ke pyare-Sakhi Lutera 1962
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