Nov 23, 2019

यहीं कहीं जियरा हमार-खुदगर्ज़ १९८७

पिछले गीत की तरह ही एक बात है-फिल्म खुदगर्ज़ से
हमने आपको एक गाना सुनवाया था सन २०१० में और
उसके बाद फिल्म के गीत तो हमने कई बार सुन लिए
मगर इन्हें आपको सुनवाना ध्यान नहीं रहा.

फिल्म को जो गीत हमने उस समय सुनवाया था वो एक
मदिरा प्रेमी के आग्रह पे था. आज को जो गीत है वो गांव
के रहने वाले हमारे एक मित्र को बेहद पसंद है और उनकी
पसंद को ध्यान में रखते हुए हमने ये सोचा क्यूँ ना इसे
जल्दी सुनवाया जाए. उनसे हमारी मुलाक़ात कुछ दिन
पूर्व ही हुई थी.

सुनते हैं इन्दीवर का लिखा और राजेश रोशन के संगीत
वाला ये गीत जिसे नितिन मुकेश संग साधना सरगम ने
गाया है. भैंस की हूंकार से ये गीत शुरू होता है मानो वो
सिग्नल दे रही हो कि हो जाओ शुरू.



गीत के बोल:

यहीं कहीं जियरा हमार
हे गोरिया गुम होई गवा रे
यहीं कहीं जियरा हमार
हे गोरिया गुम होई गवा रे हे
जिया बिना जीना बेकार
ई का जुलम होई गवा रे
यहीं कहीं जियरा हमार
हे गोरिया तुम होई गवा रे

देखा तुझे नैन हुए बाँवरे
हो हो हो बाँवरे हो हो हो बाँवरे

मैं भी तो खो गयी हूँ सांवरे
ओ ओ ओ सांवरे हो ओ ओ सांवरे
चाल तेरी चंचल ज्यूँ नदिया की धारा
मेरा सागर तेरी बाँहों का किनारा
मैं तेरी
मैं तेरी लजवन्ती नार
और तू बलम हुई गवा रे
यहीं कहीं जियरा हमार
हे गोरिया गुम होई गवा रे

ओ हो ओ हो  हो हो हो
हूँ हूँ हूँ हा हा हा
रब हमरे साथ तू जो साथ रे
साथ रे हो ओ ओ साथ रे हो ओ ओ
लब पे तेरे हमरी ही बात रे
बात रे हो हो हो बात रे
दुनिया का सब कुछ एक तुझमें ही पाया
माँग में तो जब तू जीवन में आया
लाज तूने
लाज तूने रख ली हमार
हमरा दूजा जनम होई गवा रे
हो ओ ओ ओ यहीं कहीं जियरा हमार
हे गोरिया गुम होई गवा रे
जिया बिना जीना बेकार
ई का जुलम होई गवा रे
………………………………………….
Yahin kahin jiyra hamaar-Khudgarz 1987

Artists: Shatrughan Sinha, Amrita Singh

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