Dec 30, 2019

दिल है कि मानता नहीं-शीर्षक गीत १९९१

सन १९९१ की फिल्म दिल है कि मानता नहीं से शीर्षक गीत सुनते हैं.
इसे अनुराधा पौडवाल और कुमार सानू ने गाया है. फिल्म का सबसे
ज्यादा सुना जाने वाला गीत शायद यही है. मैं शायद इसलिए कह रहा
हूँ, क्यूंकि कुछ श्रोताओं की राय में बाकी के गीत भी हो सकते हैं इस
बात के दावेदार.

मेरी राय इस बात पे बनी है कि इसे मैंने सबसे ज्यादा बजते हुए पाया
सभी जगह. गीत फैज़ अनवर का है और इसका संगीत नदीम श्रवण ने
तैयार किया है. फिल्म के बारे में पिछली २-३ पोस्ट में हमने काफी चर्चा
की थी.

नायक नायिका कितने ही घोंचू जैसे दिखें मगर किसी भी गाने में वे सब
हैंडसम दिखलाई देने लगते हैं. आप अगर वास्तव में उनकी आवाजों में
गाने सुन लें तो शायद गानों के प्रति आपका मोह कम हो जायेगा. किसी
की आँखें चेहरे के भावों का साथ नहीं देती तो किसी की आवाज़ उसके
अभिनय से मेल नहीं खाती, मगर हम उन सभी को स्वीकार करते हैं और
अपनी कमाई में से खर्च कर के टिकट ले के फ़िल्में देखते ही है ना.

गीत के ऑडियो में पहला और दूसरा अन्तरा है जबकि वीडियो में
पहला और तीसरा.




गीत के बोल:

दिल है के मानता नहीं
दिल है के मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्म-ए-मोहब्बत
ये जानता ही नहीं
ओ ओ ओ ओ ओ
दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
ये बेकरारी क्यूं हो रही है
ये जानता ही नहीं
हो ओ ओ ओ ओ
दिल है के मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं

दिल तो ये चाहे हर पल तुम्हें हम
बस यूं ही देखा करें
मर के भी हम ना तुमसे जुदा हों
आओ कुछ ऐसा करें
मुझ में समा जा आ पास आ जा
हमदम मेरे हमनशीं
दिल है के मानता नहीं
दिल है के मानता नहीं

तेरी वफ़ायें तेरी मुहब्बत
सब कुछ है मेरे लिए
तूने दिया है नज़राना दिल का
हम तो हैं तेरे लिये
ये बात सच है सब जानते हैं
तुमको भी है ये यक़ीं
दिल है के मानता नहीं
दिल है के मानता नहीं

हम तो मोहब्बत करते हैं तुमसे
हमको है बस इतनी खबर
तन्हा हमारा मुश्क़िल था जीना
तुम जो न मिलते अगर
बेताब साँसें बेचैन आँखें
कहने लगीं बस यही
दिल है के मानता नहीं
दिल है के मानता नहीं
मुश्किल बड़ी है रस्म-ए-मोहब्बत
ये जानता ही नहीं
ओ ओ ओ ओ ओ
दिल है कि मानता नहीं
दिल है कि मानता नहीं
………………………………………
Dil hai ki manta nahin-Titlesong 1991

Artists: Aamir Khan, Pooja Bhatt

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