ए जी ठण्डी सड़क है-जादू १९५१
से. ‘ए जी’ शब्द महिलाओं के मुख से निकलते समय ज़्यादा
मधुर से लगते हैं, जाने क्यूँ. वैसे मैंने ‘ए जी’ शब्द पुरुषों को
प्रयोग करते नहीं सुना है.
ये गीत शमशाद बेगम का गाया हुआ है. शकील बदायूनीं इसके
रचनाकार हैं और नौशाद संगीतकार. गीत छोटा सा है. एक ही
अन्तरा है इसमें मगर पूरे पैसे वसूल वाला गीत है.
गीत के बोल:
ए जी ठण्डी सड़क है ठण्डी सड़क
ए जी ठण्डी सड़क है ठण्डी सड़क
अकड़ अकड़ के चलो न बाबू
अकड़ अकड़ के
अकड़ अकड़ के चलो न बाबू
ठण्डी सड़क है ठण्डी सड़क
इन राहों पर आ कर देखो
बड़े बड़े लुट जाते हैं
बड़े बड़े लुट जाते हैं
दिल उनसे छुट जाता है
वो दिल से छुट जाते हैं
इन राहों पर आ कर देखो
बड़े बड़े लुट जाते हैं
दिल उनसे छुट जाता है
वो दिल से छुट जाते हैं
हाये नैन मिले
हाय नैन मिले दिल गया धड़क
नैन मिले दिल गया धड़क
दिल धड़क
ठण्डी सड़क है ठण्डी सड़क
ए जी ठण्डी सड़क है ठण्डी सड़क
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Ae ji thandi sadak hai-Jadoo 1951
Artist: Nalini Jaywant
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