दुल्हन तू दूल्हा मैं-दिल है कि मानता नहीं १९९१
९० के दशक से. सोचो तो ऊंचा सोचो इसी सोच के
तहत गाने में घोड़े के साथ हाथी का जिक्र भी है.
अब जिराफ़ हमारे यहाँ नहीं पाया जाता नहीं तो वो
भी शामिल होता काल्पनिक बारात में.
गीत लिखा है साँग फैक्ट्री के सामान आउटपुट देने
वाले गीतकार समीर ने और संगीत दिया है ९० के
दशक की प्रसिद्ध जोड़ी नदीम श्रवन ने. इसे गाया है
अनुराधा पौडवाल और देवाशीष दासगुप्ता ने.
गीत के बोल:
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
मेरा इंतज़ार करना बारात ले के आऊंगा
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
ढोल बाराती घोड़े हाथी बाजा बजेगा राहों में
ढोल बाराती घोड़े हाथी बाजा बजेगा राहों में
चांदी जैसा बदन मैं तेरा भर लूँगा अपनी बाहों में
आएगी जब वो मिलन की रात
छेड़ के कोई प्यार की बात
तुझे सारी रात जगाऊँगा
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
देखना सजना प्यार में तेरे मर जाऊंगी
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
मेरे जीवन साथी जब से दिल में मेरे आये हो
हो मेरे जीवन साथी जब से दिल में मेरे आये हो
जनम जनम के प्यार को अपने साथ में जैसे लाये हो
देखा मैने तुझको जब से
मांग लिया तुझे अपने रब से
तुझ बिन जी न पाऊंगी
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
देखना सजना प्यार में तेरे मर जाऊंगी
दूल्हा तू दुल्हन मैं बन जाऊंगी
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
दुल्हन तू दूल्हा मैं बन जाऊंगा
मेरा इंतज़ार करना बारात ले के आऊंगा
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Dulhan too dulha main-Dil hai ki manta nahin 1991
Artists: Aamir Khan, Pooja Bhatt
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