जानेमन जानेमन-शीर्षक गीत १९७६
आते हैं. ऐसा नहीं है कि उनके मुरीदों में अधेढ़ उम्र
और ज्यादा उम्र वाले लोग नहीं हैं मगर युवा वर्ग कुछ
ज्यादा सुनता हैं उनके गानों को.
सुनते हैं किशोर कुमार का एक बेहद लोकप्रिय गीत
जिसे देव आनंद पर फिल्माया गया है. देव आनंद इसमें
टैक्सी चलाते हुए गाने पर होंठ हिला रहे हैं. एक टैक्सी
ड्राइवर कितने लोगों की पप्पी-झप्पी, तू तू मैं मैं का
राजदार होता है
आनंद बक्षी की रचना है और लक्ष्मी प्यारे का संगीत.
हमारे मित्र की याद अक्सर ऐसे गीतों में आती है जब
उनका Zaaneman zaaneman याद आता है.
गीत के बोल:
जानेमन जानेमन जानेमन जानेमन
हूँ हूँ हूँ जानेमन जानेमन
जानेमन किसी का नाम नहीं
फिर भी ये नाम होंठों पे न हो
ऐसी कोई सुबह नहीं शाम नहीं
जानेमन जानेमन जानेमन जानेमन
मैंने सिर्फ़ ख़यालों से ख़्वाबों की सेज सजाई है
दिल के खाली दीवारों पर इक तस्वीर बनाई है
मैंने सिर्फ़ ख़यालों से ख़्वाबों की सेज सजाई है
दिल के खाली दीवारों पर इक तस्वीर बनाई है
तस्वीरों पे मरता हूँ वक़्त गुज़ारा करता हूँ
मैं महबूब की गलियों का कोई आशिक़ बदनाम नहीं
जानेमन जानेमन जानेमन जानेमन
कल की बात ख़ुदा जाने पर आज तलक़ ये बात नहीं
दिल पे बादल छाये हैं पर आँखों में बरसात नहीं
कल की बात ख़ुदा जाने पर आज तलक़ ये बात नहीं
दिल पे बादल छाये हैं पर आँखों में बरसात नहीं
कैसा मैं दीवाना हूँ ऐसा मैं मस्ताना हूँ
प्यास तो है इन होंठों पर लेकिन हाथों में जाम नहीं
जानेमन जानेमन जानेमन जानेमन
जानेमन किसी का नाम नहीं
फिर भी ये नाम होंठों पे न हो
ऐसी कोई सुबह नहीं शाम नहीं
जानेमन जानेमन जानेमन जानेमन
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Jaaneman jaaneman-Title song 1976
Artist: Dev Anand
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