कभी हँसते हैं कभी रोते हैं-दुश्मनी १९९६
एक पञ्च लाइन हुआ करती है जैसे कि इस गीत में है-
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं. सन १९९६ की फिल्म दुश्मनी
का ये गीत एक समय काफी बजा करता था. वो समय
यकीनन ९० के दशक का उत्तरार्ध ही था. आज भी कभी
ये गीत कहीं सुनने को मिल ही जाता है.
एक ज़माना था जब जनता एक संगीतकार के बारे में
कहती थी कि वो साइकिल की चेन से भी मयूज़िक बना
सकता है. इस गाने में एक खास किस्म की आवाज़ से
मुझे ये बात याद आई. इंस्पिरेशन किसी मशीन की आवाज़
से भी तो ली जा सकती है. खड़ खड़ कर के कोई चीज़
अगर चालू हो तो उससे भी बीट बनाई जा सकती है
बस बनाने वाला चाहिए. इस गीत के शुरू में मटका बीट
का प्रयोग किया हुआ है.
प्रस्तुत गीत समीर की कलम से निकला है और इसका
संगीत आनंद मिलिंद ने तैयार किया है. एस पी बालू
संग इसे सपना मुखर्जी ने गाया है.
गीत के बोल:
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले तो दीवाने होते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले तो दीवाने होते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँकते हैं कभी रोते हैं
क्या कहा किसने हमने सुना नहीं
हमने सुना नहीं
है कहाँ जाना हमको पता नहीं
हमको पता नहीं
क्या कहा किसने हमने सुना नहीं
हमने सुना नहीं
है कहाँ जाना हमको पता नहीं
हमको पता नहीं
हमने बसेरा किया तेरी निगाहों तले
परवाह नहीं हमें दुनिया जले तो जले
परवाह नहीं हमें दुनिया जले तो जले
जागते हैं हम जब
जागते हैं हम जब दुनिया वाले सोते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँसते हैं कभी धोते हैं
याद न रखता हम कहाँ आ गए
हम कहाँ आ गए
भूल के खुद को दिल में समा गए
दिल में समा गए
याद न रखता हम कहाँ आ गए
हम कहाँ आ गए
भूल के खुद को दिल में समा गए
दिल में समा गए
सीने पे सर रख के हम बाहों में सो जायेंगे
दो प्रेमी मिल के यहाँ अब एक हो जायेंगे
दो प्रेमी मिल के यहाँ अब एक हो जायेंगे
बेकरारी ले के
बेकरारी ले के हम चैन खोते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँसते हैं कभी धोते हैं
प्यार करने वाले
प्यार करने वाले तो दीवाने होते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
कभी हँसते हैं कभी रोते हैं
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Kabhi hanste hain kabhi rote hain-Dushmani 1996
Artists: Sunny Deol, Manisha Koirala
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