आँखों से दिल में उतर कर-फरेब १९९६
से एक हैं सुमन रंगनाथन. घुंघराले बालों वाली सुमन
अपने समय की अभिनेत्रियों से थोड़ी अलग दिखती थीं.
हालांकि अलग लुक्स का उन्हें ज्यादा फायदा नहीं हुआ
जहाँ तक हिंदी फिल्मों का सवाल है.
२६ जुलाई १९७४ को बैंगलोर में जन्मी सुमन ने कन्नड़
फिल्म सी बी आई शंकर से अपने फ़िल्मी कैरियर की
शुरुआत की थी. ये १९८९ में आई थी.
हिंदी फिल्म जगत में और उन्हें बड़े बैनर की फिल्मों
में प्रमुख नायिका के रोल कम मिले. अधिकतर फिल्मों
में सुमन सहायक भूमिकाओं में नज़र आईं. ये भी हो
सकता है कि दूसरी भारतीय भाषाओँ में फ़िल्में करने की
वजह से उन्हें समय ना मिल पाया हो.
वैसे वजह तो ये भी बतलाई जाती है कि वे फिल्मों के
बजाये इतर कारणों से ज्यादा चर्चा में रहीं जिसमें अफेयर
और असफल से रहे रिश्ते भी शामिल हैं.
आज सुनते हैं नीरज का लिखा हुआ फिल्म फरेब का गीत
जिसकी धुन जतिन ललित ने तैयार की हैं कुमा सानू और
अलका याग्निक ने इसे गाया है. फिल्म के नायक का नाम
फराज़ खान है.
फिल्म फरेब, अनलाफुल एंट्री(१९९२) का देसी संस्करण है.
अनलॉफुल एंट्री में जो रोल रे लियोट्टा ने निभाया था वो
देसी संस्करण में मिलिंद गुनाजी ने निभाया है.
गीत के बोल:
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
मेरे यार मेरे प्यार तेरी महक मेरे तन-मन में है
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
मेरे यार मेरे प्यार तेरी महक मेरे तन-मन में है
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
आँखों से दिल में उतर के तू मेरी धडकन में है.
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Aankhon se dil mein utar ke-Fareb 1996
Artists: Suman Ranganathan, Faraaz Khan
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