Mar 2, 2009

ये रात भीगी भीगी -चोरी चोरी १९५६

टिर्र टुर्र वाले गीत के बाद इसी फ़िल्म का एक और गीत पेश है।
सर्वाधिक कर्णप्रिय युगल नगमों में से एक जिसे मन्ना डे और
लता मंगेशकर ने गाया है। इस गीत में भी परदे पर राज कपूर
और नर्गिस की जोड़ी है ।

रात का माहौल है गीत में और ये गीत रात में ही सुनने में ज्यादा
मज़ा देता है । फिल्म चोरी चोरी के लता-मन्ना के गाये युगल
गीत काफी लोकप्रिय हैं आज भी ।




गीत के बोल:
ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा

ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा

क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चांदनी
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

इठलाती हवा नीलम सा बदन
कलियों पे ये बेहोशी की नमी
ऐसे में भी क्यूँ बेचैन है दिल
जीवन में न जाने क्या है कमी

क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चांदनी
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा

जो दिन के उजाले में न मिला
दिल ढूंढें ऐसे सपने को
इस रात की जगमग में डूबी
मैं ढूंढ रही हूँ अपने को

ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा

क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चांदनी
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

ऐसे में कहीं क्या कोई नहीं
भूले से जो हमको याद करे
एक हलकी सी मुस्कान से जो
सपनों का जहाँ आबाद करे

ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा

क्यूँ आग सी लगा के गुमसुम है चांदनी
सोने भी नहीं देता मौसम का ये इशारा

ये रात भीगी भीगी, ये मस्त फिजायें
उठा धीरे धीरे, वो चाँद प्यारा प्यारा
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Ye raat bheegi bheegi-Chori chori 1956

Artists-Raj Kapoor, Nargis

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