ले तो आए हो हमें-दुल्हन वही जो पिया मन भाये १९७७
फिल्मों के पर्याय हैं। उनकी कई सफल फ़िल्में दर्शकों को ७० के दशक
में देखने को मिलीं। उनमे से एक थी नए चेहरों को लाकर बनाई गई
"दुल्हन वही जो पिया मन भाये"। इसमे रामेश्वरी और प्रेम किशन
(प्रेम किशन प्रसिद्ध अभिनेता प्रेमनाथ के सुपुत्र हैं) मुख्य कलाकार थे।
अपने दादा के लिए एक लड़की को बहू बना के ले आता है आधुनिक
परिवेश में ढला पोता। एक घरेलू लड़की जल्दी ही सबका मन मोह लेती
है और इस गीत में वो कल्पनाओं में खो गई है। ये गीत बहुत बजा और
आज भी अपनी ताजगी का एहसास कराता है। इसके बोल और धुन दोनों
रवीन्द्र जैन की है, गायक स्वर हेमलता का है।
गीत के बोल:
ले तो आए हो हमें सपनो के गाँव में
ले तो आए हो हमें सपनो के गाँव में
प्यार की छाओं में बिठाये रखना
सजना ओ सजना
सजना ओ सजना
तुमने छुआ तो तार बज उठे मन के
तुम जैसा चाहो रहें वैसे ही बन के
तुम से शुरू, तुम्ही पे कहानी ख़तम करें
तुम से शुरू, तुम्ही पे कहानी ख़तम करें
दूजा न आए कोई नैनों के गाँव में
ले तो आए हो हमें सपनो के गाँव में
प्यार की छाओं में बिठाये रखना
सजना ओ सजना
सजना ओ सजना
छोटा सा घर हो अपना, प्यारा सा जग हो
कोई किसी से पल भर न अलग हो
इसके सिवा अब दूजी कोई चाह नही
इसके सिवा अब दूजी कोई चाह नही
हँसते रहें हम दोनों फूलों के गाँव में
ले तो आए हो हमें सपनो के गाँव में
प्यार की छाओं में बिठाये रखना
सजना ओ सजना
सजना ओ सजना
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Le to aaye ho hamen-Dulhan wahi jo piya man bhaye 1977
Artist: Rameshwari
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