पंछी बादल प्रेमी के पागल-लम्हे १९९१
गाये हैं। सन् ८० के आसपास संतूर वादक शिवकुमार शर्मा और
बांसुरी वादक हरिप्रसाद चौरसिया की जोड़ी ने हिन्दी फ़िल्म
संगीत क्षेत्र में कदम रखा। फ़िल्म 'सिलसिला' से शुरू हुआ ये
सिलसिला काफ़ी लंबे समय तक चला। उनकी तकरीबन सभी
फिल्मों का संगीत लोकप्रिय रहा।
ये गाना श्रीदेवी और दीपक मल्होत्रा पर फिल्माया गया है। दीपक
मल्होत्रा बाद में किसी फ़िल्म में नज़र नहीं आए। फ़िल्म में
मुख्य कलाकार अनिल कपूर हैं। जैसा की यश चोपडा की फिल्मों में
शामिल गीतों में होता है, ये गाना भी आँखों को सुकून प्रदान करने वाला है।
सुंदर द्रश्यवाली और हरियाली से भरपूर इस गाने की धुन आकर्षक है।
लम्हे एक सफल फ़िल्म थी और इसके वी सी डी, डी वी डी आपको जनता
के पर्सनल कलेक्शन में देखने को मिल जायेंगे।
गायक: लता मंगेशकर, सुरेश वाडकर
फ़िल्म: लम्हे
गीत के बोल:
पंछी बादल प्रेमी के पागल
हम कौन हैं साथिया
ओ याद नहीं भूल गया
याद नहीं भूल गया
पंछी बादल प्रेमी के पागल
हम कौन हैं साथिया
ओ याद नहीं भूल गया
याद नहीं भूल गया
हमको किसी चीज़ की कोई ज़रूरत नहीं
दुनिया में इस प्यार से कुछ खूबसूरत नहीं
ले जाए जाने हमें ये तेज धारा कहाँ
हमको तो कोई गम नहीं डूबा किनारा कहाँ
है बहता पानी ये जिंदगानी इसका भरोसा है क्या
पंछी बादल प्रेमी के पागल
हम कौन हैं साथिया
ओ याद नहीं भूल गया
याद नहीं भूल गया
खोये रहें खोये रहें
ढूंढें ज़माना हमें हम यूँ ही खोये रहें
अरमानों कि सेज पे दिन रात सोये रहें
आओ ज़रा और भी नज़दीक हो जाएँ हम
एक दुसरे की जवान बाहों में सो जाएँ हम
सपने ही सपने बीच में अपने
कोई नहीं दूसरा
पंछी बादल प्रेमी के पागल
हम कौन हैं साथिया
ओ याद नहीं भूल गया
याद नहीं भूल गया
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Panchhi baadal....yaad nahin bhool gaya-Lamhe 1991
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