देवता माना और पूजा २ -अलबेला १९७१
कुछ कुछ हॉरर फ़िल्म का सा आभास देता संगीत शुरू होता है
उसके बाद एक मधुर गीत उभर आता है । ये गीत फ़िल्म में
दूसरी बार आया है और इसका प्रयोग सोते हुए कलाकार को
डराना ही है। महमूद ने इसके पहले फ़िल्म भूत बंगला में डराया
था । इसका पहला भाग तो आप सुन ही चुके हैं अब इसका भी
आनंद उठाइए। बोल हसरत जयपुरी के हैं ।
गीत के बोल:
हो ओ ओ ........
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
तुम न मिल पाये हाय, क्या करूं तकदीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
तू कहीं दिल लगा ले पर मुझीको पायेगा
तू कहीं दिल लगा ले पर मुझीको पायेगा
हर जनम साथ होगा दिल से दिल बाँध जाएगा
फ़िर न तोड़ेगा कोई
फ़िर न तोड़ेगा कोई, आस की ज़ंजीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
जब तलक पाऊँ न तुमको रात दिन तडपूंगी मैं
जब तलक पाऊँ न तुमको रात दिन तडपूंगी मैं
आत्मा बन के हमेशा राह में भटकूंगी मैं
तुझपे अर्पण किया
तुझपे अर्पण किया बन बदले दिल हीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
देवता माना और पूजा तेरी तस्वीर को
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