चले आओ सैयां-बाज़ार १९८२
सकती है। यहाँ आवाज़ जिसका जिक्र किया जा रहा है वो है
संगीतकार खय्याम की पत्नी जगजीत कौर का जिन्होंने कई
गीत गाये हैं हिन्दी फिल्मों में। सभी खय्याम द्वारा संगीतबद्ध हैं।
उनकी अनूठी आवाज़ में एक गीत है फ़िल्म बाज़ार का -चले आओ
सैयां। गीत में उनका साथ दिया है निर्देशक यश चोपडा की श्रीमती
पामेला चोपडा ने। फ़िल्म १९८२ में आई थी। सागर सरहदी द्वारा
निर्देशित फ़िल्म में थिएटर के बहुत से कलाकार थे।
गाने के बोल:
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे (२)
सजन मोहे तुम बिन भाए ना गजरा
सजन मोहे तुम बिन भाए ना गजरा
ओ भाए ना गजरा
जी भाए ना गजरा
ना मोतिया, चमेली, ना जूही ना मोगरा
ना मोतिया, चमेली, ना जूही ना मोगरा
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे
सजन मोहे तुम बिन भाए ने जेवर
सजन मोहे तुम बिन भाए ने जेवर
ओ भाए ना जेवर
जी भाए ना जेवर
ना झुमके ना कंगन ना झूमर ना झांझर
ना झुमके ना कंगन ना झूमर ना झांझर
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे
सजन मोहे तुम बिन
भाए ना सिंगार
सजन मोहे तुम बिन
भाए ना सिंगार
ओ भाए ना सिंगार
जी भाए ना सिंगार
ना काजल ना सुर्खी ना मिस्ती ना मेहँदी
ना काजल ना सुर्खी ना मिस्ती ना मेहँदी
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे
चले आओ सैयां, रंगीले
मैं वारी रे (२)
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Chale aao saiyan-Bazaar 1982
Artists: Nisha Singh
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