तू हमको देख-ज़िन्दगी और हम १९६२
से। इसकी धुन रोशन ने बनाई है। रोशन के ऊपर बहुत कम जिक्र हुआ
है इस ब्लॉग पर अभी तक। बेहद प्रतिभाशाली संगीतकार पर ज़माने ने
क़व्वाली विशेषज्ञ का ठप्पा लगा दिया। इस गीत को सुनिए और ब्लॉग
की आगे की पोस्ट पढ़ते रहिये, इस धारणा को बदलिए। ये निवेदन है
समझदार संगीतप्रेमियों से जो बाप-बेटा संगीतकार और जोड़ी संगीतकारों
के भक्त है। इस गीत के बोल लिखे हैं अनजान से गीतकार-शिव कुमार
ने। इस गीत को मैं लता मंगेशकर के सर्वश्रेष्ठ गीतों में गिनता हूँ। इस
फ़िल्म में दो नायिकाएं हैं-नलिनी जयवंत और चाँद उस्मानी ये गीत इनमे
से किस पर है, मुझे पहचानने में मदद कीजिये। इस गीत के पहले वाक्य
में ही बहुत बड़ा निवेदन है-तू हमको देख और हमारी नज़र से देख। ये
वाक्य बहुत जगह लागू होता है। शायद 'मैनेजमेंट कंसलटेंट' इसको
जल्दी समझ जाएगा। इस गीत को समझने में मुझे काफ़ी वक्त लगा था।
कवियों की कल्पनाएँ देख के कभी कभी मेरे दिमाग के लट्टू फ्यूज़ हो जाते
हैं। बहरहाल गीत का विडियो अपलोड करने वाले को दिल से धन्यवाद्।
गीत के बोल:
तू हमको देख और हमारी नज़र से देख
मीठी अदा से प्यारी नज़र से देख
तू हमको देख
रंगत गुलों से, चाँद से, उजली सी चांदनी
बुलबुल से तराने लिए, कोयल से रागिनी
रंगत गुलों से, चाँद से, उजली सी चांदनी
सब हुस्न-ऐ-दिल फरेब किए, मूर्ती बनी
तू हमको देख
हम वो नहीं के हो न असर जिनकी चाह में
ये याद रख की तू है हमारी निगाह में
हम वो नहीं के हो न असर जिनकी चाह में
लेकिन है एक फर्क मोहब्बत की राह में
तू हमको देख
तू हमको देख
फूलों से खेलना है, बहारों से आके मिल
मिलने की बात है ये ज़रा, मुस्कुरा के मिल
फूलों से खेलना है, बहारों से आके मिल
ऐ होशदार, होश का परदा उठा के मिल
तू हमको देख
तू हमको देख और हमारी नज़र से देख
मीठी अदा से प्यारी नज़र से देख
तू हमको देख
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Too hamko dekh aur hamari nazar se-Zindagi aur hum 1962
Artist: Chand Usmani
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