झिलमिल सितारों के तले-नाज़ १९५४
एक कंजूस किस्म के संगीतभक्त ने कहीं पर इस गाने की
प्रशंसा की तो मुझसे भी रहा नहीं गया ;)
अनिल बिश्वास के संगीत निर्देशन में लता मंगेशकर के
गाये गीत ख़ास हुआ करते थे। ये गीत शंकर जयकिशन
भक्तों को क्यूँ पसंद आता है आसानी से मुझ जैसे मूढ़मति
को भी समझ आ जाता है। धुन थोड़ी तेज़ है और वाद्य यन्त्र
भी तकरीबन वैसे ही हैं जो शंकर जयकिशन ने अपने शुरूआती
दौर में इस्तेमाल किए हैं। इस तरह की गायकी धीमी गति में
थोड़ी बहुत आपको नौशाद के खजाने में भी मिल जाएगी। ये गीत
फ़िल्म नाज़ का है। इस गीत का विडियो उपलब्ध नहीं है यू-ट्यूब पर ।
ये एक ऑडियो क्लिप है , इसी से गाने का आनंद उठायें। गाना
नलिनी जयवंत पर फिल्माया गया है जो इस फ़िल्म की नायिका हैं।
गीत के बोल लिखे हैं सत्येन्द्र अथैया ने ।
गाने के बोल:
झिलमिल सितारों के तले
आ मेरा दामन थाम ले
रंगीन बहारों के तले
आ मेरा दामन थाम ले
झिलमिल सितारों के तले
आ मेरा दामन थाम ले
मैं तेरे दिल की बात हूँ
मैं तेरे दिल की बात हूँ
ठहरी हुई बरसात हूँ मैं
मैं तेरे दिल की बात हूँ
क़दमों में जिसके चांदनी है
वो सुहानी रात हूँ मैं
वो सुहानी रात हूँ
ये हुस्न का पैग़ाम ले
आ मेरा दामन थाम ले
ये हुस्न का पैग़ाम ले
आ मेरा दामन थाम ले
झिलमिल सितारों के तले
आ मेरा दामन थाम ले
प्यासी निगाहों की कसम
खामोश आहों की कसम
प्यासी निगाहों की कसम
खामोश आहों की कसम
मैं हूँ सरापा इंतज़ार
मैं हूँ सरापा इंतज़ार
इन ख्वाबगाहों की कसम
इन ख्वाबगाहों की कसम
दिल की नज़र से काम ले
आ, मेरा दामन थम ले
दिल की नज़र से काम ले
आ, मेरा दामन थम ले
झिलमिल सितारों के तले
आ मेरा दामन थाम ले
झिलमिल सितारों के तले
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