Nov 24, 2009

मेरी छोटी सी बहन देखो-तूफ़ान और दिया १९५६

लता मंगेशकर और गीता दत्त के गाये युगल गीत बहुत कम हैं
हिन्दी फ़िल्म संगीत के खजाने में। जितने भी हैं वे सब सुनने
लायक हैं। २-३ युगल गीत प्रसिद्ध भी हुए। वसंत देसाई ने लता
और गीता के करीब ५-६ युगल गीत बनाये हैं। आज आपको एक
मस्ती वाला गीत सुनाते हैं जो भाई बहन परदे पर गा रहे हैं। इसमे
भाई के लिए गीता दत्त की आवाज़ का इस्तेमाल किया गया है।
ये फ़िल्म 'तूफ़ान और दिया' से है जिसको भारत व्यास ने लिखा है।
तूफ़ान और दिया में २ कर्णप्रिय गीत और भी हैं जिनका जिक्र
हम बाद में करेंगे । ये गीत नोक झोंक वाला है और इसमे बहन की
भूमिका में अभिनेत्री नंदा हैं। भाई की भूमिका सतीश व्यास ने
निभाई है ।



गाने के बोल:

मेरी छोटी सी बहन, देखो गहने पहन
ससुराल चली रे, बन ठन के
हाथों में गजरा, अखियों में कजरा
ज़रा नखरे तो देखो, दुल्हन के

मेरा भैया है दीवाना
मेरा भैया है दीवाना, इसकी बातों में न आना
झूठी बतियाँ बनाए बन बन के

पगले हैं मन से ये घड़ी घड़ी सनके
इसके पुरजे हैं
पगला हैं मन से ये घड़ी घड़ी सनके
इसके पुरजे हैं ढीले बचपन के

ससुराल गई तो दीदी हम को भी भूल जाओगी
वहाँ जीजा की मिठाई खा खा, कुप्पे सी बहन फूल जाओगी
मोटी मोटी बहू बन, फिर बड़े बड़े रोब दिखाओगी

तेरा भइया भी जो आए तो उसे भी वहां बहार बिठाओगी
दरवाजे पर ही उसको बिठाओगी

न खिलाओगी जो खाना
न खिलाओगी जो खाना पेट भरूँगा
चोरी चोरी तेरी बातें सुन के

मेरी छोटी सी बहन, देखो गहने पहन
ससुराल चली रे, बन ठन के
हाथों में गजरा, अखियों में कजरा
ज़रा नखरे तो देखो, दुल्हन के

भोली देख के मुझे, बोली बोलते क्यों अकड़ अकड़ के
बच पाओगे नहीं रे बच्चू, हम से यूँ झगड़ झगड़ के
हम जानते तुम्हें तुम गोल गोल ढोल हो रबड़ के
ज़रा आने दे भाभी को, सीधा करेगी wo कान पकड़ के
तेरे चूहे जैसे कान पकड़ के
पाँव पकड़ोगे तुम
पाँव पकड़ोगे तुम नाक रगड़ोगे तुम
गिड़गिड़ाओगे तुम आगे इस बहन के

मेरी छोटी सी बहन, देखो गहने पहन
ससुराल चली रे, बन ठन के

मेरा भैया है दीवाना, इसकी बातों में न आना
झूठी बतियाँ बनाए बन बन के

हाथों में गजरा, अखियों में कजरा
ज़रा नखरे तो देखो, दुल्हन के

पगले हैं मन से ये घड़ी घड़ी सनके
इसके पुरजे हैं ढीले बचपन ke

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