हम और तुम और ये समां -दिल देके देखो १९५९
शम्मी कपूर अच्छे खासे डील डौल के स्वामी थे।
उनके अलावा उस समय के हीरो छरहरे शरीर के हुआ करते थे।
सेहत से उनके मार्केट पर कोई असर नहीं पड़ा। वे युवाओं की
पसंद निरंतर बने रहे अपनी अदाओं की वजह से। फ़िल्म
दिल देके देखो में एक रोमांटिक गीत है रफ़ी की आवाज़ में।
अभिनेत्री आशा पारेख इसमे कुछ घबरायी कुछ शरमाई सी
लग रही हैं। रात के समय के अनुरूप धुन भी थोड़ी सोफ्ट
किस्म की है ।
गीत के बोल:
हम और तुम और ये समां
क्या नशा नशा सा है
बोलिए न बोलिए
सब सुना सुना सा है
हम और तुम और ये समां
क्या नशा नशा सा है
आज बात बात पे
आप क्यूँ संभलने लगे
थरथराए होंठ क्यूँ
अश्क क्यूँ मचलने लगे
लिपटे गेसू खुलने लगे
लिपटे गेसू खुलने लगे
हम और तुम और ये समां
क्या नशा नशा सा है
बोलिए न बोलिए
सब सुना सुना सा है
बेक़रार से हो क्यूँ
हमको पास आने भी दो
गिर पड़ा जो हाथ से
वह रुमाल उठाने भी दो
बनते क्यूँ हो जाने भी दो
बनते क्यूँ हो जाने भी दो
हम और तुम और ये समां
क्या नशा नशा सा है
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