पिछली याद भुला दो-मेहँदी १९८३
मधुर गीत परदे पर होंठ हिलाने के लिए मिला। फिल्म मेहँदी
जो सन १९८२ में आई थी , उसमे पियानो पर बैठ के राज बब्बर
ये गीत गा रहे हैं । राज बब्बर की आवाज़ भारी और बुलंद आवाजों
में नहीं गिनी जाती इसलिए शायद सुनने वालों को ये कोम्बिनेशन
थोडा अटपटा लग सकता है। परदे पर उनके साथ विनोद मेहरा और
रंजीता दिखाई दे रहे हैं। इसका संगीत तैयार किया है ख़य्याम ने।
गीत लिखा है वर्मा मलिक ने।
गीत के बोल:
पिछली याद भुला दो
पिछली याद भुला दो
गुज़रे बीते अफसानों का
गुज़रे बीते अफसानों का
हर एक नक्श मिटा दो
पिछली याद भुला दो
पिछली याद भुला दो
अहदे-वफ़ा पे मर मिट जाना
अहदे-वफ़ा पे मर मिट जाना
ये है रस्म पुराणी
इश्क-ओ-मोहब्बत प्यार कि कसमें
समझो एक कहानी
दिल को अब समझा दो
दिल को अब समझा दो
गुज़रे बीते अफसानों का
हर एक नक्श मिटा दो
पिछली याद भुला दो
पिछली पाद भुला दो
भूला बिसरा ज़ज्बा कोई
भूला बिसरा ज़ज्बा कोई
क़दमों को बहका दे
आंच पुरानी यादों की
ना चिंगारी सुलगा दे
इनको राज़ बना दो
इनको राज़ बना दो
गुज़रे बीते अफसानों का
हर एक नक्श मिटा दो
पिछली याद भुला दो
भरे खजाने खुशियों के
भरे खजाने खुशियों के
किस्मत से आज मिले हैं
आशाओं की फुलवारी में
फूल ही फूल खिले हैं
चुन चुन सेज सजा दो
चुन चुन सेज सजा दो
गुज़रे बीते अफसानों का
हर एक नक्श मिटा दो
पिछली याद भुला दो
पिछली याद भुला दो
पिछली याद सुला दो
पिछली याद भुला दो
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Pichhli yaad bhula do-Mehndi 1983
Artists: Raj Babbar, Ranjeeta, Vinod Mehra
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