Mar 1, 2010

जोगी जी वाह जोगी जी-नदिया के पार १९८२

'ठुमका' शब्द से कुछ विशेष गीत याद आते हैं। होली के अवसर पर
ठुमकेदार गीत देखने का आनंद ही कुछ और होता है। विजया इत्यादि
के सेवन उपरान्त चाल ढाल सब रंगीली हो जाया करती है जनता की।
आइये नदिया के पार चलें और देखें होली के अवसर पर क्या हो रहा
है। पुरुष भेस बदल कर नाच रहा है ढोलक की थाप पर।

सचिन और साधना सिंह होली के अवसर पर गाँव वालों के साथ नाच
रहे हैं। गीत सुन कर ऐसा आभास होता है जैसे कोई जोगी नाम के
शख्स के लिए हुंकार भरी जा रही हो । फिल्म नदिया के पार राजश्री
प्रोडक्शंस के एक बड़ी हिट फिल्म थी और इसके गीत इतने बजे कि
लोगों के कैसेट, विनायिल रिकॉर्ड बज बज के घिस गए। रवीन्द्र जैन
ने गीत लिखा और इसकी धुन भी बनाई है।

जसपाल सिंह और हेमलता की आवाज़ के साथ इसमें चन्द्राणी मुखर्जी
और सुशील कुमार की आवाजें हैं जो कि अक्सर ३-४ गायकों वाले गानों
में ही गाते पाए जाते थे। फिल्म सन १९८२ में आई थी और इसने जगह
जगह सिल्वर जुबली मनाने का रिकॉर्ड कायम किया था।



गीत के बोल

जोगी जी धीरे धीरे,
जोगी जी वाह जोगी जी
नदी के तीरे तीरे,
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगी जी कोई ढूंढें मूंगा
कोई ढूंढें मोतिया,
हम ढूँढें अपनी जोगनिया को,
जोगी जी ढूंढ के ला दो,
जोगी जी वाह जोगी जी
मिला दो हमें मिला दो,
जोगी जी वाह जोगी जी

फागुन आयो ओ मस्ती लायो
भर के मारे पिचकारी
सा रा रा रा रा
रंग ले के, ओ जंग ले के
गावे जोगी रातें जागी सारी
आ रा रा रा रा रा
जोगी रा
अर रा रा रा रा
जोगी रा
आर रा रा रा रा रा
जोगी जी नींद ना आवे,
जोगी जी वाह जोगी जी
सजन की याद सतावे,
जोगी जी वह जोगी जी
जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दावा जड़ी हो तो कहो
बुरी है ये बीमारी,
जोगी जी वाह जोगी जी
लगे है दुनिया खरी,
जोगी जी वह जोगी जी

सारे गाँव की गोरियां
रंग गयीं हमपे डार
पर जिसके रंग हम रंगे
छुप गयी वो गुलनार
छुप गयी वो गुलनार
जोगी जी सूना है संसार
छुप गयी वो गुलनार
जोगी जी सूना है संसार
बिना उसे रंग लगाये,
जोगी जी वह जोगी जी
ये फागुन लौट ना जाये,
जोगी जी वह जोगी जी
जोगी जी कोई ढूंढें मूंगा कोई ढूंढें मोतिया
हम ढूँढें अपनी जोगनिया को,
जोगी जी ढूंढ के ला दो,
जोगी जी वह जोगी जी
मिला दो हमें मिला दो,
जोगी जी वह जोगी जी

छुपती डोले राधिका
ढूंढ सके घनश्याम
कान्हा बोले लाज का
आज के दिन क्या काम
लाज का है क्या काम
के होली खेले सारा गाँव
लाज का है क्या काम
के होली खेले सारा गाँव
रंगी है कब से राधा
जोगी जी वाह जोगी जी
मिलन में फिर क्यूँ बाधा
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दावा जदी हो तो कहो
बुरी है ये बीमारी,
जोगी जी वाह जोगी जी
लगे है दुनिया खारी,
जोगी जी वाह जोगी जी

हमरी जोगन का पता
उसके गहरे नैन
नैनन से घायल करे
बैनन से बेचैन
देखन को वो नैन जोगी जी
मनवा है बेचैन
देखन को वो नैन जोगी जी
मनवा है बेचैन
लड़कपन जाने को है
जोगी जी वह जोगी जी
जवानी आने को है
जोगी जी वह जोगी जी
जोगी जी कोई ढूंढें मूंगा कोई ढूंढें मोतिया
हम ढूँढें अपनी जोगनिया को,
जो तेरा प्रेम है सच्चा
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगनिया मिलेगी बच्चा
जोगी जी वाह जोगी जी

जंतर मंतर टोटका
घट में आ ताबीज़
जी को बस में कर सके
दे दो ऐसी चीज़
दे दो ऐसी चीज़
जोगी जी साजन जाए रीझ
दे दो ऐसी चीज़
जोगी जी साजन जाए रीझ
हमारे पीछे पीछे
जोगी जी वाह जोगी जी
चले वो आँखे मींचे
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगी जी प्रेम का रोग लगा हमको
कोई इसकी दवा जदी हो तो कहो
बुरी है ये बीमारी,
जोगी जी वाह जोगी जी
लगे है दुनिया खारी,
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगी जी धीरे धीरे
जोगी जी वाह जोगी जी
नदी के तीरे तीरे
जोगी जी वह जोगी जी
जोगी जी ढूंढ के ला दो
जोगी जी वाह जोगी जी
मिला दो हमें मिला दो
जोगी जी वाह जोगी जी
जो तेरा प्रेम है सच्चा
जोगी जी वाह जोगी जी
जोगनिया मिलेगी बच्चा
जोगी जी वाह जोगी जी
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Jogi ji wah jogi ji-Nadiya ke paar 1982

Artists: Sachin, Sadhana Singh,

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