जो हो यार अपना-त्रिशूल १९७८
त्रिशूल एक भव्य फिल्म है । इसका निर्देशन यश चोपड़ा ने किया
और इसका निर्माण गुलशन राय ने । दर्शकों द्वारा फिल्म बहुत पसंद
की गई । खय्याम के संगीत से सजी इस फिल्म में काफी कर्णप्रिय
गीत हैं। इनमे से एक आज प्रस्तुत है। हरियाली के बीच इस गीत को
फिल्माया गया है शशि कपूर और हेमा मालिनी पर। यश चोपड़ा को
बाग़ बगीचे बहुत पसंद हैं, अगर वे फिल्म लाइन में नहीं होते तो शायद
फलों और फूलों के बगीचे का व्यापार करते।
गीत की विशेषता ये है कि उसमे तीसरे अंतरे के बाद गीत का सारांश
आता है । ऐसे गीत आपको हिंदी फिल्म संगीत के खजाने में कम मिलेंगे।
गीत के बोल:
ओ कभी कसमें ना तोड़े
उसे जीते जी ना छोड़ें
जो हो यार अपना
ओ चाहे रोके दुनिया सारी
उसपे कर दे सब कुछ वारी
जो हो यार अपना
ओ कभी कसमें ना तोड़े
उसे जीते जी ना छोड़ें
जो हो यार अपना
यार जिसको भी कह दें जुबां से
मोल उसका चुकाएं दिल-ओ-जान से
ओ, यार जिसको भी कह दें जुबां से
मोल उसका चुकाएं दिल-ओ-जान से
ओ हाथ रहे चाहे टूटे
बांह उसकी ना छूटे
जो हो यार अपना
ओ चाहे रोके दुनिया सारी
उसपे कर दे सब कुछ वारी
जो हो यार अपना
दुःख यार से मिले तो सुख जानिये
यार कहिये जिसे उसे रब मानिए
दुःख यार से मिले तो सुख जानिये
यार कहिये जिसे उसे रब मानिए
ओ घाव कितने भी सहिये
बुरा उसको ना कहिये
जो हो यार अपना
ओ कभी कसमें ना तोड़े
उसे जीते जी ना छोड़ें
जो हो यार अपना
बैर पड़ जाए चाहे जहान से
ओ यारी यार की निभाएं सदा शान से
बैर पड़ जाए चाहे जहान से
ओ यारी यार की निभाएं सदा शान से
ओ जान रहे चाहे जाए
अनच उसपे ना आये
जो हो यार अपना
ओ कभी कसमें ना तोड़े
उसे जीते जी ना छोड़ें
ओ चाहे रोके दुनिया सारी
उसपे कर दे सब कुछ वारी
ओ हाथ रहे चाहे टूटे
बांह उसकी ना छूटे
ओ घाव कितने भी सहिये
बुरा उसको ना कहिये
ओ जान रहे चाहे जाए
अनच उसपे ना आये
जो हो यार अपना
ओ कभी कसमें ना तोड़े
उसे जीते जी ना छोड़ें
जो हो यार अपना
ओ जो हो यार अपना
ओ जो हो यार अपना
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