पिया मैं हूँ पतंग-रागिनी १९५८
एक अभिनेत्री का नाम रागिनी है और एक सन १९५८ में आई फिल्म
का नाम भी। इस फिल्म का प्रथम गीत प्रस्तुत है इस ब्लॉग पर। इस
फिल्म के बहुत से गीत मुझे पसंद हैं। पता नहीं कितने हैं १२-१३ ??
किशोर कुमार और ज़बीन नाम के कलाकारों पर इसे फिल्माया गया है।
इस फिल्म में अशोक कुमार भी मौजूद हैं।
कमर जलालाबादी के बोलों को सुरों में पिरोया है ओ पी नय्यर ने जिसे
गया है किशोर कुमार और आशा भोंसले ने ।
गीत के बोल:
ओ ओ ओ, आ आ आ आ आ,
आ आ आ
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
ठंडी हवा नाचे लहराए
प्यार की बदली दिल पर छाए
ठंडी हवा नाचे लहराए
प्यार की बदली दिल पर छाए
झूम के तन मन मेरा गाए
हाय रे आँचल उड़ता जाए
झूम के तन मन मेरा गाए
हाय रे आँचल उड़ता जाए
आँचल उड़ता जाए
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
बाँकी अदा नैना मतवाले
चाल नई अंदाज़ निराले
बाँकी अदा नैना मतवाले
चाल नई अंदाज़ निराले
प्यार का जादू दिल पर डाले
आँख मिला कर नींद चुरा ले
प्यार का जादू दिल पर डाले
आँख मिला कर नींद चुरा ले
नींद चुरा ले हाय
मेरी गोरी रंगीली चोर
यूँ देखे हमरी ओर
तीखी तीखी ये नज़र जाए दिल में उतर
कुछ हाय चले ना ज़ोर
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
झूमें जिया बाजे शहनाई
रात सुहानी सपने लाई
झूमें जिया बाजे शहनाई
रात सुहानी सपने लाई
चाँद ने हँस कर आँख मिलाई
मस्त जवानी ले अंगड़ाई
चाँद ने हँस कर आँख मिलाई
मस्त जवानी ले अंगड़ाई
ले अंगड़ाई
पिया मैं हूँ पतंग तू डोर
मैं उड़ती चारों ओर
मेरा दिल ये जवाँ रहे बस में कहाँ
जब छाए घटा घनघोर
मेरी गोरी रंगीली चोर
यूँ देखे हमरी ओर
तीखी तीखी ये नज़र जाए दिल में उतर
कुछ हाय चले ना ज़ोर
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