Oct 23, 2010

टाई लगा के माना- भाभी १९५७

संगीत प्रेमियों की सबकी अपनी अपनी पसंद होती है। किसी को मर्दाना
आवाज़ पसंद होती है तो किसी को ज़नाना। इसके अलावा कोई गीत एक
श्रोता को अच्छा लगे ज़रूरी नहीं वो दूसरे को भी पसंद आये । बावजूद इसके
गीतों की पसंद में समानतायें पाई जाती हैं। एक प्रशंसक वर्ग बन जाता है।
जैसे किसी वर्ग को दर्द भरे गीत पसंद हैं तो किसी को हलके फुल्के। कोई
व्यक्ति  केवल धुन पर ध्यान देता है और कोई केवल बोलों को महत्वपूर्ण
समझता है।

उदाहरण के लिए किसी को लता मंगेशकर का गाया गीत-'मैं का करूं राम
मुझे बुड्ढा मिल गया' फिल्म 'संगम' का पसंद होता है तो किसी को फिल्म
'भाभी' का गाया यह गीत - 'टाई लगा के माना बान गए जनाब हीरो' पसंद
आता है। किसी बंधु को दोनों गीत समान रूप से भाते हैं।

आइये आपको आज सुनवाया जाए फिल्म भाभी का गीत। छेड़ छाड़ वाला
गीत फिल्म में बहन अपने भाई के लिए गा रही है। ये गीत रेडियो पर पहले
के दौर में काफी सुनने को मिला। आजकल के चैनल शायद ही इसे कभी
कभार बजाते हैं। गीत लिखा है राजेंद्र कृष्ण ने और इसकी धुन बनाई है
चित्रगुप्त ने।

गीत सन १९५७ में पहली बार बजा था मगर आज भी इसको सुनने और
देखने में आनंद आता है ऐसा मैंने कई संगीत प्रेमियों से सुना है। आप भी
आनंद उठायें इसका । अब हमें कोई हाँ में हाँ मिलाने के पैसे तो दे नहीं
रहा है ये तो दूसरों के बढ़िया विचारों को एंडोर्स किया जा रहा है.



गाने के बोल:


टाई लगा के
टाई लगा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो

टाई लगा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो

पापड हज़ार बेलो
कोई भी चाल खेलो
पापड हज़ार बेलो
कोई भी चाल खेलो
थोड़ी कहीं से पर अकल उधार ले लो
थोड़ी कहीं से पर अकल उधार ले लो
चश्मा चढ़ा के
चश्मा चढ़ा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो

ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
हो हो हो हो हो हो ओ ओ ओ ओ

माना जी देरची हो
शेरों के शेर भी हो
माना जी देरची हो
शेरोन के शेर भी हो
बुरा ना मानो तो मैं कह दूं के बटेर भी हो
बुरा ना मानो तो मैं कह दूं के बटेर भी हो
सोला लगा के
सोला लगा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो

करते हो पेट पूजा आये ना काम दूजा
करते हो पेट पूजा आये ना काम दूजा
इसलिए तो भेजा रहता है जी सूजा सूजा
इसलिए तो भेजा रहता है जी सूजा सूजा
रसगुल्ला खा के
रसगुल्ला खा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो

टाई लगा के माना बन गए जनाब हीरो
रहे पढाई या लिखाई में तो जीरो जीरो
........................................................................
Tie laga ke maana-Bhabhi 1957

Artists: Nanda, Jagdeep

1 comments:

किताब लिखने वाले,  July 22, 2017 at 7:45 PM  

धन्यवाद

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