नीले नीले अम्बर पर-कलाकार १९८३
८० के दशक में डिस्को संगीत के दौर के साथ आगमन हुआ कुछ नए
प्रकार की ध्वनियों का। गिटार वाले गीत बहुत से सुनाई देने लगे।
उसके अलावा ताल में भी थोडा बदलाव आया। ऐसा नहीं है की
ये वाद्य पहले इस्तेमाल ना किये जाते हों, वो तो कुछ वाद्यों
की आवाज़ गुम सी हो गई तो कुछ की ज्यादा सुनाई देने लगी।
आपको आज एक बेहद लोकप्रिय गीत सुनवाते हैं। ये है फिल्म
कलाकार से, जिसे गाया है किशोर कुमार ने। इसको फिल्माया गया है
मनोज कुमार पुत्र-कुणाल गोस्वामी पर। साथ में हैं श्रीदेवी।
संगीतकार कल्यानजी आनंदजी के फ़िल्मी कैरियर की ये सबसे
सफल फिल्मों में गिनी जाती है। इस गीत के महिला संस्करण के
बारे में बात करते समय इसके बारे में थोड़ी और जानकारी दी जाएगी
गीत के बोल:
नीले नीले अम्बर पर, चाँद जब आये
प्यार बरसाए, हमको तरसाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर, चाँद जब आये
प्यार बरसाए, हमको तरसाये
हो, ऊँचे ऊँचे पर्वत जब चूमते है अम्बर को
प्यासा प्यासा अम्बर जब चूमता है सागर को
ऊँचे ऊँचे पर्वत जब चूमते है अम्बर को
प्यासा प्यासा अम्बर जब चूमता है सागर को
प्यार से कसने को बाहों में बसने को
दिल मेरा ललचाये कोई तो आ जाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर, चाँद जब आये
प्यार बरसाए, हमको तरसाये
हो, ठंडे ठंडे झोंके जब बालों को सहलायें
तपती तपती किरणें जब गालों को छू जायें
ठंडे ठंडे झोंके जब बालों को सहलायें
तपती तपती किरणें जब गालों को छू जायें
साँसों की गरमी को हाथों की नरमी को
दिल मेरा तरसाए कोई तो छू जाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
नीले नीले अम्बर पर, चाँद जब आये
प्यार बरसाए, हमको तरसाये
हे, छम छम करता सावन बूंदों के बाण चलाए
सतरंगी बरसातों में जब तन मन भीगा जाए
छम छम करता सावन बूंदों के बाण चलाए
सतरंगी बरसातों में जब तन मन भीगा जाए
प्यार में नहाने को डूब ही जाने को
दिल मेरा तडपाये ख्वाब जगा जाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जए
नीले नीले अम्बर पर, चाँद जब आये
प्यार बरसाए, हमको तरसाये
ऐसा कोई साथी हो ऐसा कोई प्रेमी हो
प्यास दिल की बुझा जाए
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Neele neele ambar par chand jab(Kishore)-Kalakaar 1983
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