हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर-जवाब हम देंगे १९८७
ले कर। अभी गीत जी की एक प्रविष्टि में पढ़ा कि अन्नू मलिक
ने गायक विनोद राठोड को परदे पर दिखा के एक नई शुरुआत
की। जानकारी के लिए बतला दूं फिल्म 'जवाब हम देंगे' के
गीत "हैरान हूँ मैं आपकी....." में भी आप एक गायक को देख
पाएंगे। फिल्म १९८७ की है और परदे पर आप शब्बीर कुमार
को माइक पकडे गीत गाते देख्नेगे साथ में एक और प्रसिद्द
गायिका अनुराधा पौडवाल हैं। अनुराधा पौडवाल को तो बहुत
से संगीत प्रेमी पहचानते हैं, कारण, टी सीरीज के म्यूजिक
वीडियो में उनका चेहरा अक्सर दिखाई दे जाता है। गीत में
फिल्म के हीरो हीरोइन जैकी श्रोफ़ और श्रीदेवी ड्यूटी पुलिस
की ड्यूटी बजाते देखे जा सकते हैं। पुलिस की वर्दी के अलावा
उन्होंने कांजीवरम की सिल्क की साडी भी पहनी है इस गीत में।
दो अंतरे तक 'बाल जुल्फें ' ही हो रहा है उसके बाद श्रीदेवी की
चोटी यकायक गायब हो जाती है और छोटे बाल में नज़र आती
है और गाने का टॉपिक बदल जाता है, बाल से गाल की चर्चा होने
लग जाती है। गीत के अंत में फिर वही-हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों
को देख कर। अब के तो ऐसा लगता है हीरो यूँ कहना चाहता हो-
कब आपकी जुल्फें बड़ी हो जाती हैं, कब छोटी हैरानी की बात है।
गाने के बोल:
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
इनको घटा कहूं,
इनको घटा कहूं,तो घटाओं को की कहूं
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर।
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
इसको अदा कहूं,
इसको अदा कहूं,तो अदाओं को क्या कहूं
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
कितनी है खुशनसीब ये बहकी हुई हवा
हाथों में जिसके रेशमी आंचल है आपका
इतना करीब आपके मैं भी न क्यूँ हुआ
इसको वफ़ा कहूं,
इसको वफ़ा कहूं तो वफाओं को क्या कहूं
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
इसको अदा कहूं,
इसको अदा कहूं,तो अदाओं को क्या कहूं
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
नगमे मुझे मगर बहार सुनती रही मगर
मुझको, मेरी जवानी पे, कुछ न हुआ असर
आवाज़ जब तुम्हारी मेरे दिल में उतर गयी
कोयल की मीठी मीठी
कोयल की मीठी मीठी, शराब क्या कहूं
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
इनको घटा कहूं,तो पटाओं को की कहूं
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
रंगीनियाँ हैं गालों की जैसे चमन के फूल
जो कुछ कहा जनाब ने सब है मुझे कुबूल
महके हुए कदम हैं तो महका हुआ बदन
तुमको फ़ज़ा कहूं
तुमको फ़ज़ा कहूं,तो फ़ज़ाओं को क्या कहूं
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
इसको अदा कहूं,
इसको अदा कहूं,तो अदाओं को क्या कहूं
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
इनको घटा कहूं,तो घटाओं को की कहूं
तारीफ करना उसकी मर्दों की है अदा
हैरान हूँ मैं आपकी जुल्फों को देख कर
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Hairan Hoon Main Aapki Zulfon Ko-Jawab Hum Denge 1987
2 comments:
ha ha ha
सभी स्मार्ट जीवों का स्वागत है.
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