अल्लाह मेरी तौबा-दो जासूस १९७५
नृत्य कला में निपुण अरुणा पर फिल्माया गया एक गीत देखते
हैं फिल्म दो जासूस से। सन १९७५ की फिल्म दो जासूस में कुछ
अच्छे गीत हैं और काफी बजे हैं। गीत आशा भोंसले का गाया
हुआ है और जैसा की अधिकतर रवीन्द्र जैन के संगीत से सजी
फिल्मों में होता है-गीत भी उन्हीं का लिखा हुआ है। गीत में आपको
दो जासूसों की भूमिका में राज कपूर और राजेंद्र कुमार दिखाई देंगे
जो फिलहाल इस गीत में दर्शक बने हुए हैं। हर अंतरे के बाद नर्तकी
अपने वस्त्र बदल लेती है।
गीत के बोल:
अल्लाह मेरी तौबा निगाहें ना मिलूंगी
अल्लाह मेरी तौबा मैं तीर नहीं खाऊँगी
निगाहें ना मिलूंगी, मैं तीर नहीं खाऊँगी
अल्लाह मेरी तौबा निगाहें ना मिलूंगी
अल्लाह मेरी तौबा मैं तीर नहीं खाऊँगी
मैं जो नहाने गई नदिया किनारे
मैं जो नहाने गई नदिया किनारे
आ गए लोग वहां गाँव के सारे
आ गए लोग वहां सारे के सारे
तौबा मेरी तौबा
तौबा मेरी तौबा नदी पे नहीं जाऊंगी
तौबा मेरी तौबा नदी पे नहीं जाऊंगी
नदी पे नहीं जाऊंगी मैं घर पे नहऊंगी
अल्लाह मेरी तौबा निगाहें ना मिलूंगी
बीच बाज़ार हल्वैये ने छेड़ा
है दिया
बीच बाज़ार हल्वैये ने छेड़ा
देने लगा हाय मुझे मथुरा का पैदा
देने लगा वो तो मुझे मथुरा का पेढा
तौबा मेरी तौबा
तौबा मेरी तौबा बाज़ार नहीं जाऊंगी
तौबा मेरी तौबा बाज़ार नहीं जाऊंगी
बाज़ार नहीं जाऊंगी मैं पेढा नहीं खाऊँगी
अल्लाह मेरी तौबा निगाहें ना मिलाऊँगी
बाली उम्र में जो हो गई शादी
हाय मोरी, बाली उम्र में जो हो गई शादी
कैसे कैसे सैयां ने मुझे उल्फत सिखा दी
कैसे मोहे रसिया ने उल्फत सिखा दी
तौबा तौबा तौबा
तौबा मेरी तौबा वो बात ना बताऊंगी
तौबा मेरी तौबा वो बात ना बताऊंगी
बात ना बताऊंगी शर्म से मर जाऊंगी
मैं पानी हो जाऊंगी
जी आज ना बताऊंगी
मैं कल फिर आऊंगी
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