नन्हा सा पंछी रे तू-टूटे खिलौने १९७८
तभी समझ आता है जब आप इन्हें ध्यान से सुनें और
वो अक्सर तभी संभव हो पाता है जब मन दुखी होता है.
इंसान और इस दुनिया का रिश्ता भी कुछ ऐसा ही है
जो गीत में वर्णित है और बारीकी से सोचें तो शरीर
और आत्मा का सम्बन्ध भी ऐसा ही है.
मनुष्य के पैदा होते ही उसके बंधन शुरू हो जाते हैं.
रिश्तों की लाग-लपेट और संसार की मृग मरीचिका में
उसे जकड़ने के लिए हजारों बिना धागे वाले बंधन तैयार
खड़े होते हैं. स्वतः जुड़ाव और थोपे हुए जुड़ाव. शरीर
छोड़ने के पहले उसे इन सभी से पार पाना होता है.
फिल्म का लोकप्रिय गीत माना हो तुम बेहद हसीं है
मगर श्रेष्ठ गीत यही है जिसे किशोर कुमार ने गाया है.
गीत के बोल:
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
उड़ना जो चाहा भी कभी कहां तुझे उड़ने दिया
उड़ना जो चाहा भी कभी कहां तुझे उड़ने दिया
ले के पिंजरा तू उड़े चले कभी ऐसी हवा
पंछी रे पंछी रे पंछी रे
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
नये तेरे अरमान हैं नये नये तेरे सपने
नयी नयी मंजिल है नये नये रास्ते
नये तेरे अरमान हैं नये नये तेरे सपने
नयी नयी मंजिल है नये नये रास्ते
वहां तुझे उड़ना है हम जहां नहीं पहुंचे
वहां तुझे उड़ना है हम जहां नहीं पहुंचे
पंछी रे पंछी रे पंछी रे
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
बड़े हसीं रिश्ते हैं बड़ी हसीं दुनिया
यही तेरा बंधन है यही तेरा पिंजरा
बड़े हसीं रिश्ते हैं बड़ी हसीं दुनिया
यही तेरा बंधन है यही तेरा पिंजरा
खुले तेरे बाजू तो खुले अभी पिंजरा
खुले तेरे बाजू तो खुले अभी पिंजरा
पंछी रे पंछी रे पंछी रे
नन्हा सा पंछी रे तू बहुत बड़ा पिंजरा तेरा
उड़ना जो चाहा भी कभी कहां तुझे उड़ने दिया
उड़ना जो चाहा भी कभी कहां तुझे उड़ने दिया
ले के पिंजरा तू उड़े चले कभी ऐसी हवा
पंछी रे पंछी रे पंछी रे
…………………………………………………..
Nanha sa panchhi re too-Toote khilone 1978
Artist: Master Ravi Valecha
0 comments:
Post a Comment