धीरे धीरे सुन मोरे सजना-एक ही रास्ता १९७७
वर्मा मलिक की रचना है और राजेश रोशन का संगीत.
इसे लता मंगेशकर ने गाया है और शबाना आज़मी इस
गीत पर हरियाली के बीच डांस जैसा कुछ कर रही हैं.
नायिका के सामने एक ही विकल्प था-या तो वो नाचना
सीख ले या उम्दा एक्टिंग करने लगे. उसने दूसरा वाला
रास्ता चुना और हमें आज कई क्लासिक फ़िल्में उस
नायिका की बदौलत देखने को मिल रही है.
एक छोटा बच्चा कैसे भी उछले कूदे और हिले डुले
वो हमें प्यारा लगता है और हम कहते हैं-कित्ता बढ़िया
नाच रहा है. जैसे जैसे बड़ा होता है हमारी प्रतिक्रिया
बदलती जाती है और कुछ समय बाद यूँ होती है-
धींगामस्ती मत करो.
गीत के बोल:
हो हो हो ओ ओ ओ ओ
हो हो हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
धीरे धीरे सुन मोरे सजना
पिया पिया बोले मोरा कंगना
अरे आज सच हुआ मेरा सपना
पिया पिया बोले मोरा कंगना
हो हो हो ओ ओ ओ ओ
हो हो हो ओ ओ ओ ओ
हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ ओ
बीते गिन गिन पल पल छिन छिन रे
आये खुशियों के दिन मेरे
बीते गिन गिन पल पल छिन छिन रे
नया नया लागे सारा अंगना
पिया पिया बोले मोरा कंगना
अरे अरे आज सच हुआ मेरा सपना
पिया पिया बोले मोरा कंगना
आ हा हा हा आ आ आ
आ हा हा हा आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ
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Dheere dheere sun more sajna-Ek hi rasta 1977
Artist: Shabana Azmi
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