सुन जा आ ठण्डी हवा-हाथी मेरे साथी १९७१
लगता है. ऐसे कुछ बोल हमने फिल्म रिलीज़ के वक्त
सुने थे. इस फिल्म को महिला मंडल भी खूब देख
के आया.
जीव तो जीव है मगर हर जीव से ऐसे अटूट बंधन
आसानी से नहीं बनते. कुत्ता तो एक बिस्किट पर ही
पूंछ हिलाने लगता है मगर चिड़िया बरसों बरस दाना
खाने के बाद भी आपकी हथेली पर नहीं बैठती.
इंसान कितना भरोसे लायक है इसकी मिसाल भी
जानवरों से दी जाती है. जानवर अर्थात ऐसा वर है
जिसमें जान हो. शादी वाला वर तो अधमरा हो चुका
होता है. कुछ फेरे खा के और कुछ बाद के जीवन में
आने वाले चक्कर खा के. सु-वर ऐसा है जो ना सु
है और ना ही वर.
गीत के बोल:
सुन जा आ ठण्डी हवा
आ हा थम जा ऐ काली घटा
कुछ प्यारी-प्यारी बातें हमारी आ जाते-जाते
तू भी सुन जा
सुन जा आ ठण्डी हवा
आ हा थम जा ऐ काली घटा
कुछ प्यारी-प्यारी बातें हमारी आ जाते-जाते
थम जा ऐ काली घटा
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Sun ja ae thandi hawa-Hathi mere sathi 1971
Artists: Rajesh Khanna, Tanuja
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