Dec 17, 2014

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे -वारिस १९६९

हेमा मालिनी की शुरूआती फिल्मों में से एक है सन १९६९ की
वारिस। उनकी नृत्य प्रतिभा इसी गीत से उजागर हो जाती है।
उनके साथ इस गीत में प्रेम चोपड़ा ( फिल्म के विलेन) हैं जो
उन्हें देख देख के खुश हो रहे हैं। महलों में बड़े बड़े और भव्य
सजावट वाले कमरे पाए जाते हैं ये दिखाने के लिए शायद इस
गीत को फिल्म में ठूंसा गया था। ऐसे फिलर फिल्म में विलेन का
ध्यान भटकाने और टाइम पास करने के लिए डाले जाते हैं।
उसके दिमाग में कोई खुरापात हो तो वो दूर हो जाए या फिर
उतने समय में हीरो को उस खुरापात को ख़त्म करने का समय
मिल जाए। मेंडोलिन की आवाज़ के साथ हेमा मालिनी की
कदम ताल देखने लायक है।



गीत के बोल:

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे
शोला जो भड़के दबाऊँ कैसे
बाँहों में तेरी मैं आऊं कैसे, हो ओ ओ

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे
शोला जो भड़के दबाऊँ कैसे
बाँहों में तेरी मैं आऊं कैसे

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे

मेरी साँसों में तेरी ही ख़ुशबू है
ऐ मेरे जाने-बाहर
तेरे ही नगमे गाता है हरदम
मेरे दिल का सितार

मेरी साँसों में तेरी ही ख़ुशबू है
ऐ मेरे जाने-बाहर
तेरे ही नगमे गाता है हरदम
मेरे दिल का सितार

आ जा आ भी जा गले से लगा लूं
सपना बना के मैं आँखों में छुपा लूं

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे
शोला जो भड़के दबाऊँ कैसे
बाँहों में तेरी मैं आऊं कैसे

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे

मेरे ख्यालों में आएगा कोई भी
और ना तेरे सिवा
मेरी मोहब्बत सुन ना सकेगी
और किसी की सदा

मेरे ख्यालों में आएगा कोई भी
और ना तेरे सिवा
मेरी मोहब्बत सुन ना सकेगी
और किसी की सदा

आ जा आ भी जा गले से लगा लूं
सपना बना के मैं आँखों में छुपा लूं

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे
शोला जो भड़के दबाऊँ कैसे
बाँहों में तेरी मैं आऊं कैसे

दिल की लगी को छुपाऊँ कैसे
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Dil ki lagi ko chhupaoon kaise-Waaris 1969

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