जीने दे ये दुनिया २- लावा १९८५
नहीं चली. आज एक गीत का वो वाला तर्जुमा सुनवा रहे हैं जो
बहुत ही कम लोगों ने सुना होगा. ये है आशा भोंसले की आवाज़
में. गीत दर्दीला है और इसका ओर्केस्ट्रा भी वैसा ही है. राहुल देव
बर्मन ने जो भी गीत आशा के लिए बनाये हैं गुणवत्ता के हिसाब
से इसे आप टॉप टेन आशा-आर डी कॉम्बिनेशन में रख सकते हैं.
बोल और धुन लाजवाब हैं. पैसा वसूल गीत है ये. अपने प्रेमी से
बिछड़ने और मजबूरन एक खब्ती दबंग रईस से चिपकाए जाने की
मिली जुली प्रतिक्रिया इस गीत में व्यक्त हो रही है. नायिका झरने
के किनारे कड़ी लगभग ख़ुदकुशी करने के कगार पर है जब ये
गीत गा रही है. इसी जगह उसने अपने प्रेमी को पानी की
गहराईयों में खोते हुए देखा था. इसका वीडियो उपलब्ध नहीं है
सुन कर आनंद उठायें.
गीत के बोल:
जीने दे ये दुनिया चाहे मार डाले
कागज पे कुछ हो, लिखा तो मिटा दूं
सौदा किया हो हो तो कीमत चूका दूं
कागज पे कुछ हो, लिखा तो मिटा दूं
सौदा किया हो हो तो कीमत चूका दूं
देखा हो सपना तो सपना भुला दूं
कैसा भुला दूं तुम्हें याद आने वाले
लोग हम निराले प्यार करने वाले
जीने दे ये दुनिया चाहे मार डाले
गजरा खुला था कजरा बहा था
कल रात मुझको तू याद आ रहा था
गजरा खुला था कजरा बहा था
कल रात मुझको तू याद आ रहा था
आँखों में बस जा मैंने कहा था
ये कब कहा था की नींदें चुरा ले
लोग हम निराले प्यार करने वाले
जीने दे ये दुनिया चाहे मार डाले
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Jeene de ye duniya(Asha version)-Laava 1985
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