Apr 2, 2015

आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं- उपासना १९७१

प्रेरणा कहीं से भी और कैसे भी ली जा सकती है. अभी तक
केवल ऐसे पहलुओं पर नज़र डाली गयी थी जिनमें बाहर के
मुल्कों के संगीत से फायदा उठाने के मौके थे. हमारे संगीत
से भी बाहर के मुल्क लाभान्वित हुए हैं. एक उदाहरण प्रस्तुत
है. अच्छा है ये इम्पोर्ट एक्सपोर्ट का सिलसिला चलता रहे
और संगीत प्रेमी आनंदित होने के साथ साथ चकित होते रहें.

सन १९७१ की फिल्म उपासना में गीत है-आओ तुम्हें मैं
प्यार सिखा दूं. गीत फिरोज खान और मुमताज़ पर फिल्माया
गया है. लता और रफ़ी की आवाज़ है. गीत राजेंद्र कृष्ण
का है और संगीत कल्याणजी आनंदजी के जोड़ी का. फिल्म
का मुकेश का गाया गीत-दर्पण को देखा बेहद लोकप्रिय हुआ
था, आपकी जानकारी के लिए.

इस गीत के संगीत को प्रयोग में लाया गया है एक २००७
में रिलीज़ हुए नेक्रो के क्रीपि क्राल में






गीत के बोल:

प्यार सिखा दूं, सिखला दो ना
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं, सिखला दो ना
प्रेम नगर की डगर दिखा दूं, दिखला दो ना
दिल की धडकन क्या होती है
ये अनजाना राज़ बता दूं, बतला दो ना

आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं

पहले धीरे से पलकों की चिलमन ज़रा गिरा लो
कैसे, ऐसे 
अब अपने रुखसारों पर ये ज़ुल्फ़ ज़रा बिखरा लो
ओ ऐसे, हाँ ऐसे
देखो मुझको डर लगे
देखो मुझको डर लगे
जाने क्या होगा आगे
सब्र करो तो समझा दूं
समझा दो ना
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं

छोड़ के बेगानापन अब, तुम मेरे पास आ जाओ
आ गयी लो आ गयी भूल के सारी दुनिया
इन बाँहों में खो जाओ न न न बाबा ना
प्यार नहीं होता ऐसे
प्यार नहीं होता ऐसे
होता है फिर वो कैसे
ठहरो तुम तो समझा दूं
समझा दो ना अच्छा
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं, सिखला दो ना
प्रेम नगर की डगर दिखा दूं, दिखला दो ना
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं

फूल की खुशबू पवन की सूरत
कभी आँख से देखी, नहीं तो
तन तो देखा मन की मूरत
कभी आँख से देखी, नहीं नहीं
प्यार नहीं कोई वासना
प्यार नहीं कोई वासना
ये तो एक उपासना समझे नहीं समझे
आओ तुम्हें मैं समझा दूं, समझा दो ना
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं, सिखला दो ना
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं
आओ तुम्हें मैं प्यार सिखा दूं
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Aao tumhen main pyar sikha doon-Upasana 1971

Artists-Feroz Khan, Mumtaz

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