कोई भीगा है रंग से-मुंबई से आया मेरा दोस्त २००३
सुने जाते हैं. बीच बीच में कोई गलती से एक आध बार
ऐसे गीतों को सुन लेता है. आज आपको सुनवाते हैं फिल्म
मुंबई से आया मेरा दोस्त से एक गीत.
बरसों पहले एक फिल्म आई थी-आप की खातिर जिसमें
बप्पी लहरी का संगीत था और उनकी आवाज़ में एक गीत
था-बम्बई से आया मेरा दोस्त, दोस्त को सलाम करो. इस
फिल्म का मुखडा वहीँ से लिया हुआ है, बस बम्बई मुंबई में
तब्दील हो गया है. इस फिल्म को रिलीज़ हुए भी १२ बरस
बीत गए हैं. सोनू निगम जिन्होंने सन २००० के आस पास
फिल्मों में गाना शुरू किया था वे भी अब परिपक्व हो चले
हैं. अलका याग्निक की आवाज़ अब नहीं के बराबर सुनाई
देती है. नए दौर में ढेर सारी गायिकाएं आ गयी हैं और अब
संगीतकारों के पास बहुत सारे विकल्प मौजूद हैं जो पहले नहीं
हुआ करते थे. गीत अन्नू मलिक के संगीत पर तैयार हुआ
है जिसके बोल समीर ने लिखे हैं.
गीत अभिषेक बच्चन और लारा दत्ता पर फिल्माया गया है.
गीत के बोल:
कोई भीगा है रंग से कोई भीगा उमंग से
कोई भीगा है तरंग से कोई भीगा है भंग से
ढोलना प्रीत की बोलियाँ बोलना
तेरी झाँझरी झुन-झुन करे
दिल का भ्रमर गुन-गुन करे
ऐसे ना दे गाली मुझे आई यहाँ रंगने तुझे
मस्तों की टोली रे
आया परदेसी आया ऐसी सौग़ात लाया
धूम जिसकी मची गाँव में
गाये जोगीरा गाये, नाचे सबको नचाये
बिना घुँघरू बाँधे पाँव में
झूमे ज़मीं, झूमें गगन
आई ख़ुशी सब हैं मगन
बेचैन मन पागल है तन
देखे मुझे मारे गुलबदन
नैनों से गोली रे
म्हारे सपणों की डोली चोरी-चोरी सजा दे
गोरी छोरी बजा दे कँगना
म्हारा बईयाँ मरोड़े, म्हारी चूड़ी को तोड़े
म्हारा पल्लू ना छोड़े साजणा
थोड़ा तुझे तरसाऊँगा, थोड़ा तुझे तड़पाऊँगा
सेहरा सजा के आऊँगा,
फागुन में ले जाऊँगा
मैं थारी डोली
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Koi Bheega Hai Rang Se-Mumbai Se Aaya Mera Dost 2003

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