मेरा प्यार भी तू है–साथी १९६८
नौशाद ने समय के साथ साथ अपने संगीत में भी बदलाव
किये जो आप महसूस कर सकते हैं फिल्म साथी के गीतों
में. नयी पीढ़ी के संगीतकारों के साथ कदम ताल मिलाने की
कोशिश नौशाद ने भी की और वे सफल भी रहे इस प्रयास
में. इस फिल्म में लता मंगेशकर का गाया गीत भी है मगर
प्रस्तुत गीत सुमन कल्याणपुर की आवाज़ में है. सुमन ने
नौशाद के लिए इक्का दुक्का ही गीत गाये हैं.
इस युगल गीत को मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखा है और
इसे गाया है मुकेश और सुमन कल्याणपुर ने.
गीत के बोल:
मेरा प्यार भी तू है, ये बहार भी तू है
तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना,
तू ही नज़ारों में
तू ही तो मेरा नील गगन है,
प्यार से रोशन आँख उठाये
और घटा के रूप में तू है,
काँधे पे मेरे सर को झुकाये
मुझपे लटें बिखराये
मेरा प्यार भी तू है, ये बहार भी तू है
तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना,
तू ही नज़ारों में
मंज़िल मेरे दिल की वहीँ है,
साया जहाँ दिलदार है तेरा
परबत परबत तेरी बाहें,
गुलशन गुलशन प्यार है तेरा
महके है आँचल मेरा
मेरा प्यार भी तू है, ये बहार भी तू है
तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना,
तू ही नज़ारों में
जागी नज़र का ख्वाब है जैसे,
देख मिलन का दिन ये सुहाना
आँख तो तेरे जलवों में गुम है,
देखूँ तुझे या देखूँ जमाना
बेखुद है दीवाना
मेरा प्यार भी तू है, ये बहार भी तू है
तू ही नज़रों में जान-ए-तमन्ना,
तू ही नज़ारों में
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Mera pyar bhi too hai-Sathi 1968
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